आर.के.सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश विश्व में आमों की उच्चतम उत्पादकता (17 मीट्रिक प्रति हेक्टेयर) के लिए प्रसिद्ध है। लखनऊ को आम क्लस्टर के रूप में घोषित किया गया है। उन्होंने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य आम की उत्पादकता को बढ़ाने के साथ ही किसानों की आय को बढ़ाना है। इस महोत्सव के माध्यम से किसानों को मार्केटिंग के प्रति जागरूक करना भी है। इसी के दृष्टिगत विभिन्न विभागों एवं कंपनियों को इस महोत्सव में आमंत्रित किया गया है और उनके बेहतर सुझावों को विभाग द्वारा अपनाने का प्रयास किया जायेगा।
आर.के.सिंह ने बताया कि खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा इन फलों से बनने वाले उप उत्पादों को बनाने की दिशा में और बेहतर प्रयास किया जायेगा। उन्होंने बताया कि आम महोत्सव में आध्यात्मिक सत्र के साथ बच्चों के लिए कार्यशाला एवं असीमित आम खाने प्रतियोगिताएं होंगी, तथा आम कार्निवाल के माहौल में चार चांद लगाने के लिए खेल के स्टॉल भी लगाए जायेंगे।
उन्होंने बताया कि प्रमुख रसोइया आम व्यंजनों का प्रदर्शन करेंगे तथा फोटोग्राफर, छायाकार और ब्लागर भी इसमें बढ़ चढ़ कर इसमें हिस्सा ले सकते हैं और सोशल मीडिया पर अपनी रचनात्मक कलाओं के साथ उपयोग करते हुए पोस्ट कर सकते हैं। चयनित प्रविष्टियाँ को 7 जुलाई 2022 को आम महोत्सव समापन समारोह में सम्मानित किया जायेगा।
प्रमुख सचिव उद्यान ने लोगों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में आकर आम महोत्सव का लुफ्त उठाएं और लगाये गये आम विभिन्न प्रजातियों अवगत हों। प्रेसवार्ता के अंत में आम महोत्सव से जुड़े विषय पर एक डॉक्यूमेन्टरी भी दिखायी गयी। प्रेसवार्ता के दौरान निदेशक उद्यान डॉ. आर.के. तोमर एवं संयुक्त निदेशक उद्यान बी.पी. द्विवेदी सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।