69000 teacher recruitment में धांधली का आरोप लगाते हुए राहुल नामक एक अभ्यर्थी ने SSP सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज से शिकायत की थी। एसएसपी ने राहुल की शिकायत पर गुरुवार रात सोरांव थाने में रूद्र पति दुबे, शशि प्रकाश सरोज, हरीकृष्ण सरोज, कमल पटेल, रंजीत, केएल पटेल, मायापति दुबे और आलोक उर्फ धर्मेंद्र सरोज के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई कि इन लोगों ने सहायक शिक्षा भर्ती में पास कराने के लिए उससे 7.50 लाख रुपया लिया था, लेकिन जब रिजल्ट आया तो उसका नाम नहीं था। इसी प्रकरण में कार्रवाई करते हुए सोरांव पुलिस ने गुरुवार रात एसयूवी गाड़ी से भाग रहे 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने Teacher recruitmen के अभ्यर्थियों को पास कराने के लिए पांच से सात लाख रुपये प्रति अभ्यर्थी का ठेका लिया था।
इसके लिए कुछ लोगों को आंसर शीट मुहैया कराई गई थी। परीक्षा केंद्र में आंसर शीट ले जाने के लिए एक विशेष रुमाल प्रिंट कराए, जिसमें कोडिंग के थ्रू आंसर टिक किए थे। शुरुआत में अभ्यर्थियों ने एक-एक लाख रुपये एडवांस दिया था। बाकी पैसा परिणाम आने के बाद देना था। बताया जा रहा है कि सहायक अध्यापक भर्ती का परिणाम आने के बाद एजेंटों के माध्यम से अभ्यर्थियों से वसूली शुरू हो गई है। इन लोगों ने सभी कैंडिडेट के ओरिजनल मार्कशीट व अन्य डॉक्यूमेंट जमा करा लिए थे। पैसा देने के बाद वे उसे लौटा रहे थे। प्रयागराज समेत विभिन्न जिलों में करीब 20 अभ्यर्थियों से इन्हें रुपए लेने थे।
गुरुवार को बलवंत नामक एक युवक समेत कुछ अभ्यर्थियों से लगभग 7.56 लाख रुपये वसूली करके आरोपी जा रहे थे। जहां रास्ते में पुलिस ने पकड़ लिया। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ का देर रात पुलिस ने दो अन्य लोगों को भी पकड़ लिया। सोरांव पुलिस ने बताया कि नामजद आरोपी मायापति दुबे को छोड़ अन्य सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। सहायक शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इनके पास से लग्जरी गाड़ियां, भारी मात्रा में धनराशि और फर्जी डाक्यूमेंट्स मिले हैं।