तिरुपति लड्डू विवाद को लेकर लखनऊ में 3,000 महिलाएं करेंगी सुंदरकाण्ड और सद्बुद्धि महायज्ञ
Tirupati Laddu Controversy: 29 सितंबर को कृष्णानगर में 3,000 मातृ शक्तियों द्वारा होगा सुंदरकाण्ड महायज्ञ किया जाएगा और साथ ही तिरुपति लड्डू विवाद के संदर्भ में सद्बुद्धि के लिए यज्ञ का आयोजन होगा।
Tirupati Laddu Controversy: लखनऊ में सनातन संस्कृति और धर्म की ध्वजवाहिका सपना गोयल की अगुवाई में 29 सितंबर 2024 को कृष्णानगर के उत्तम लॉन में 3,000 मातृशक्तियां एकत्र होकर सुंदरकाण्ड महायज्ञ करेंगी। इस आयोजन का उद्देश्य तिरुपति धाम के लड्डुओं में कथित पशु चर्बी के इस्तेमाल के संदर्भ में सद्बुद्धि के लिए प्रार्थना करना और राष्ट्र उत्थान के लिए एकजुट प्रयास करना है। यह जानकारी 22 सितंबर को आयोजित आध्यात्मिक संगोष्ठी में सपना गोयल ने दी, जो “ईश्वरीय स्वप्नाशी सेवा समिति” की संस्थापक हैं।
सुंदरकाण्ड महायज्ञ का आयोजन: धार्मिक और आध्यात्मिक जागरूकता का प्रयास लखनऊ की भूतनाथ मार्केट में स्थित सावित्री प्लाजा में आयोजित मासिक आध्यात्मिक संगोष्ठी में, सपना गोयल ने आगामी कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि यह आयोजन केवल तिरुपति लड्डू विवाद तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य भारत को फिर से उसका वैश्विक गौरव दिलाना है। उनका मानना है कि भारत, ऋषि-मुनियों की भूमि है और यहां के आध्यात्मिक जागरण के माध्यम से देश को विश्वगुरु की प्रतिष्ठा दिलाई जा सकती है।
सपना गोयल का मानना है कि जब समाज के सभी लोग एकजुट होकर सुंदरकाण्ड जैसे धार्मिक अनुष्ठान करेंगे, तो इसका सकारात्मक प्रभाव न केवल व्यक्तिगत जीवन पर, बल्कि समूचे समाज और राष्ट्र पर भी पड़ेगा। उनका यह भी कहना है कि सामूहिक सुंदरकांड पाठ से राष्ट्र की उन्नति, शांति और सद्भावना को बढ़ावा मिलेगा।
तिरुपति लड्डू विवाद पर सद्बुद्धि के लिए महायज्ञ
तिरुपति धाम के लड्डुओं में कथित रूप से पशु चर्बी के इस्तेमाल के मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सपना गोयल ने कहा कि इस मामले में लोगों की सद्बुद्धि के लिए यह महायज्ञ किया जा रहा है। उनका कहना है कि इस प्रकार के धार्मिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर ध्यान देना और सत्य को सामने लाना आवश्यक है।
11 सितंबर से अयोध्या में शुरू हुआ सामूहिक सुंदरकाण्ड अभियान
सपना गोयल की “ईश्वरीय स्वप्नाशी सेवा समिति” द्वारा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के साथ मिलकर 11 सितंबर से अयोध्या में सामूहिक सुंदरकांड पाठ का आयोजन शुरू हो चुका है। इसमें भी मातृशक्तियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इसके अंतर्गत, अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि परिसर में अगले महीने 15 अक्टूबर को दूसरा सामूहिक सुंदरकांड पाठ किया जाएगा। इस आयोजन में भी मातृशक्तियों की भागीदारी प्रमुख रहेगी। इसके अलावा, भविष्य में 5,000 मातृ शक्तियों द्वारा भी एक भव्य सामूहिक सुंदरकांड पाठ अयोध्या में आयोजित किया जाएगा।
सामूहिक सुंदरकांड का राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार
यह अभियान केवल उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे देश में वृहद रूप से फैलाया जा रहा है। सपना गोयल के नेतृत्व में नैमिषारण्य तीर्थ और उत्तराखंड के कोटद्वार में भी सामूहिक सुंदरकाण्ड का आयोजन हो चुका है। इसके अलावा, इस पहल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ले जाया जा रहा है, जहां विदेशों में रहने वाले भारतीय भी इस धार्मिक अभियान में भाग ले रहे हैं।
सपना गोयल ने 10 मार्च 2024 को लखनऊ के झूलेलाल घाट पर भी महिला दिवस के उपलक्ष्य में 5,000 से अधिक मातृशक्तियों द्वारा सामूहिक सुंदरकाण्ड का आयोजन किया था। उनका यह मानना है कि सामूहिक रूप से धार्मिक पाठ करने से समाज में सकारात्मक ऊर्जा और समरसता फैलती है।
आगामी आयोजनों की जानकारी और लक्ष्य
सपना गोयल का कहना है कि सुंदरकाण्ड पाठ के जरिए वह समाज को जागरूक करने और सनातन संस्कृति को सशक्त बनाने के प्रयास कर रही हैं। उनकी योजना है कि निकट भविष्य में अयोध्या और अन्य धार्मिक स्थलों पर इस प्रकार के अनुष्ठानों का आयोजन किया जाए, जिसमें हजारों मातृशक्तियां भाग लेंगी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से समाज में सकारात्मक परिवर्तन आएगा और भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को फिर से सशक्त किया जा सकेगा।
लखनऊ के कृष्णानगर में आयोजित होने वाले इस भव्य महायज्ञ का उद्देश्य तिरुपति लड्डू विवाद में सद्बुद्धि की प्राप्ति और राष्ट्र के उत्थान के लिए है। सपना गोयल की अगुवाई में हो रहा यह आयोजन समाज में धार्मिक और आध्यात्मिक जागरूकता लाने का प्रयास है। यह सामूहिक सुंदरकांड पाठ न केवल धार्मिक आस्था को बढ़ावा देगा, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
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