बरेली जेल के दो अधिकारी पहले हो चुके हैं निलंबित
डीआईजी जेल की जांच रिपोर्ट पर पर्यवेक्षणीय अधिकारी जेलर राजीव कुमार मिश्रा, मुलाकात अधिकारी डिप्टी जेलर दुर्गेश प्रताप सिंह और पांच वार्डरों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। इनमें दो वार्डर को जेल भी भेजा गया है।
डीआईजी जेल की जांच रिपोर्ट पर पर्यवेक्षणीय अधिकारी जेलर राजीव कुमार मिश्रा, मुलाकात अधिकारी डिप्टी जेलर दुर्गेश प्रताप सिंह और पांच वार्डरों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। इनमें दो वार्डर को जेल भी भेजा गया है।
यह भी पढ़ें
संतकबीर नगर में मां-बेटी ने चौराहे पर प्रधान को चप्पल से पीटा, जानें क्या है मामला?
इसके बाद से जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला पर भी कार्रवाई की तलवार लटक गई थी। मंगलवार को जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला को भी निलंबित कर दिया। शासन स्तर से हुई कार्रवाई की प्रभारी डीआईजी जेल आरएन पांडेय ने पुष्टि की। बरेली जेल में बंद है अतीक का भाई अशरफ
प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के तार बरेली जेल में बंद अशरफ से जुड़े मिले हैं। प्रयागराज पुलिस ने अशरफ को उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने का आरोपी बनाया है। इस हत्याकांड के बाद मिले इनपुट के आधार पर बरेली जेल के अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध मिलने पर डीआईजी जेल आरएन पांडेय को जांच सौंपी गई थी। जांच में सामने आया कि जेल में अशरफ से उसके गुर्गों की मुलाकात बिना पर्ची के कराई जाती थी। उसे वीआईपी सुविधाएं मुहैया कराई जाती थीं।
प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के तार बरेली जेल में बंद अशरफ से जुड़े मिले हैं। प्रयागराज पुलिस ने अशरफ को उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने का आरोपी बनाया है। इस हत्याकांड के बाद मिले इनपुट के आधार पर बरेली जेल के अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध मिलने पर डीआईजी जेल आरएन पांडेय को जांच सौंपी गई थी। जांच में सामने आया कि जेल में अशरफ से उसके गुर्गों की मुलाकात बिना पर्ची के कराई जाती थी। उसे वीआईपी सुविधाएं मुहैया कराई जाती थीं।
यह भी पढ़ें
खुद को भाजपा पदाधिकारी बता रहे युवक ने कार लगाकर एंबुलेंस रोकी, मरीज की मौत
नैनी के वरिष्ठ जेल अधीक्षक भी निलंबितकेंद्रीय कारागार नैनी के वरिष्ठ जेल अधीक्षक शशिकांत सिंह को भी निलंबित किया गया है। शशिकांत सिंह के पास डीआईजी जेल का भी चार्ज था। शनिवार रात अधिकारियों ने नैनी जेल में छापा मारा था। इस दौरान आपत्तिजनक वस्तुओं व कार्य में शिथिलता पाई गई थी। बता दें कि नैनी जेल में माफिया अतीक अहमद भी बंद रह चुका है। अतीक के गुर्गे नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं।
यह भी पढ़ें
तीन दिन से मकान में बंद नौ लोग मरने की कगार पर पहुंचे, कारण जानकर रह जाएंगे हैरान
बांदा जेल में मुख्तार अंसारी को मिलती थीं वीआईपी सुविधाएंप्रयागराज की नैनी जेल में उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता और आरोपी माफिया डॉन अतीक अहमद का बेटा अली बंद है। इसके अलावा गैंग के कई सदस्य भी यहां कैद हैं। वहीं, बरेली जेल में अतीक का बड़ा बेटा मोहम्मद उमर और भाई अशरफ बंद हैं। बांदा जेल में मुख्तार अंसारी को रखा गया है। तीनों जेल में कैदियों को सुविधा उपलब्ध कराने के मामले में यह कार्रवाई की गई है।