इस कारण रद्द हुई ट्रेनें आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र ने 1 मई से अब तक 105 ट्रेनें रद्द की हैं। वहीं गुजरात ने 4, कर्नाटक ने 38 और उत्तर प्रदेश ने 30 ट्रेन रद्द की गई हैं। इन ट्रेनों को रद्द करने का कारण बिना प्रोटोकॉल के ट्रेनें चलाना बताया गया है। एक अधिकारी ने कहा, ‘हम बिना उपयुक्त प्रोटोकॉल के ट्रेनें नहीं चला सकते। कई ऐसे मामले सामने आये जहां भेजने वाले राज्यों ने हमें ट्रेनों में सवार होने को तैयार यात्रियों की लिस्ट उपलब्ध नहीं कराई, इसलिए उन्हें रद्द करना पड़ा। दोनों तरह के राज्यों के बीच समन्वय के अभाव के कारण ट्रेनें रद्द हुईं।’
गौरतलब है कि लॉकडाउन में फंसे होने के कारण घर जाने में असमर्थ श्रमिकों के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने श्रमिक ट्रेनों के संचालन की अनुमति दी थी। कई श्रमिकों को श्रमिक एक्सप्रेस से उनके गंतव्य स्थान रवाना किया गया। इस बीच ट्रेनों में भोजन पानी न मिलने की शिकायतें तेज हो गईं। वहीं, लॉकडाउन 4 के बाद श्रमिक ट्रेनों को बंद करने की भी चर्चा होने लगी थी। हालांकि, योगी सरकार ने कहा था कि अनलॉक-1 में श्रमिक ट्रेनों को बंद नहीं किया जाएगा। योगी सरकार ने कहा था कि यूपी में ट्रेनों का नि:शुल्क संचालन जारी रहेगा।
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