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उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने जिलाधिकारियों को निर्देश देते हुए गौशाला स्थापित करने के प्रस्ताव मांगे हैं। इसमें बताया गया है कि नई गौशालाओं की स्थापना के लिए 147 करोड़ रुपये उपलब्ध हैं, जससे 120 नई गौशालाएं खोली जा सकती है। उन्होंने आगे कहा कि जरूरी होने पर राज्य वित्त आयोग के बजट से गौ सेवक भी रख सकते है ताकि गायों की ठीक तरह से देख रेख की जा सके।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने जिलाधिकारियों को निर्देश देते हुए गौशाला स्थापित करने के प्रस्ताव मांगे हैं। इसमें बताया गया है कि नई गौशालाओं की स्थापना के लिए 147 करोड़ रुपये उपलब्ध हैं, जससे 120 नई गौशालाएं खोली जा सकती है। उन्होंने आगे कहा कि जरूरी होने पर राज्य वित्त आयोग के बजट से गौ सेवक भी रख सकते है ताकि गायों की ठीक तरह से देख रेख की जा सके।
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प्रियंका गांधी ने मामले पर ट्वीट कर लिखा कि प्रदेश की कई गौशालाओं में यही स्थिति है। प्रियंका गांधी ने कहा कि इस समस्या को सुलझाने के मॉडल मौजूद हैं। गौमाता की देखभाल की घोषणाओं के साथ-साथ योजनाओं को अमलीजामा पहनाना जरूरी है। उन्होंने ललितपुर मामले को लेकर लिखा कि वहां के सौजना से आई गौमाता के शवों की तस्वीरों को देखकर मन विचलित हो गया है। उन्होंने कहा कि अभी यह जानकारी नहीं हुई है कि इन गायों की मौत किन हालातों में हुई है।
प्रियंका गांधी ने मामले पर ट्वीट कर लिखा कि प्रदेश की कई गौशालाओं में यही स्थिति है। प्रियंका गांधी ने कहा कि इस समस्या को सुलझाने के मॉडल मौजूद हैं। गौमाता की देखभाल की घोषणाओं के साथ-साथ योजनाओं को अमलीजामा पहनाना जरूरी है। उन्होंने ललितपुर मामले को लेकर लिखा कि वहां के सौजना से आई गौमाता के शवों की तस्वीरों को देखकर मन विचलित हो गया है। उन्होंने कहा कि अभी यह जानकारी नहीं हुई है कि इन गायों की मौत किन हालातों में हुई है।
प्रियंका ने लिखा कि तस्वीरों को देखकर ऐसा लग रहा है कि चारा-पानी नहीं मिलने की वजह से ही इन गौमाताओं की मौतें हुई हैं। इनको देखकर लगता है कि यह सभी कई दिनों से भूखी व प्यासी थीं। प्रियंका गांधी ने कहा कि हर बार इन पर कुछ देर के लिए चर्चा होती है, लेकिन इन मासूम जानवरों की देखभाल के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते। सवाल उठता है कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है।