22 मार्च, बुधवार को सुबह 6 बजकर 23 मिनट से लेकर 7 बजकर 32 मिनट तक कलश स्थापना की जा सकती है। आपको ध्यान यह रखना है कि इसी मुहूर्त में कलश की स्थापना करें।
नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। यहां जानें पहले दिन से लेकर नवे या अंतिम दिन मां के किस स्वरूप की होती है पूजा…
2. नवरात्रि के दूसरे दिन मां के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा की जाती है।
3. नवरात्रि के तीसरे दिन मां के चंद्रघंटा स्वरूप की पूजा की जाती है।
4. नवरात्रि के चौथे दिन मां के कुष्मांडा स्वरूप की पूजा की जाती है।
5. नवरात्रि के पांचवें दिन मां के स्कंदमाता स्वरूप की पूजा की जाती है।
6. नवरात्रि के छठे दिन मां के कात्यायनी स्वरूप की पूजा की जाती है।
7. नवरात्रि के सातवें दिन मां के कालरात्रि स्वरूप की पूजा की जाती है।
8. नवरात्रि के आठवें दिन मां के महागौरी स्वरूप की पूजा की जाती है।
9. नवरात्रि के नवें दिन मां के सिद्धिरात्रि स्वरूप की पूजा की जाती है।