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अगर आप इस नुकसान से बचना चाहते हैं तो आपको किसी ब्रांडेड स्क्रीन प्रोटेक्टर का इस्तेमाल करना चाहिए। वहीं सबसे बेहतर तो यह होगा कि आप जिस कंपनी का स्मार्टफोन इस्तेमाल कर रहे हैं, उसी कंपनी का स्क्रीन प्रोटेक्टर इस्तेमाल करें। इसकी वजह यह है कि स्मार्टफोन कंपनियों को पता होता है कि सेंसर को किस जगह प्लेस किया गया है। ऐसे में स्मार्टफोन निर्माता कंपनियां उसी हिसाब से स्क्रीन प्रोटेक्टर का निर्माण करती हैं।
अगर आप इस नुकसान से बचना चाहते हैं तो आपको किसी ब्रांडेड स्क्रीन प्रोटेक्टर का इस्तेमाल करना चाहिए। वहीं सबसे बेहतर तो यह होगा कि आप जिस कंपनी का स्मार्टफोन इस्तेमाल कर रहे हैं, उसी कंपनी का स्क्रीन प्रोटेक्टर इस्तेमाल करें। इसकी वजह यह है कि स्मार्टफोन कंपनियों को पता होता है कि सेंसर को किस जगह प्लेस किया गया है। ऐसे में स्मार्टफोन निर्माता कंपनियां उसी हिसाब से स्क्रीन प्रोटेक्टर का निर्माण करती हैं।
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स्मार्टफोन में कई तरह के सेंसर मौजूद रहते हैं। इन्ही में से एक है Ambient light सेंसर। Ambient light फोन की लाइट को धूप की रोशनी के मुताबिक अपने आप ही बढ़ा देता है। वहीं, अगर फोन किसी कम रोशनी वाली जगह है कि तो अपने आप फोन की लाइट कम हो जाती है। वहीं फोन में मौजूद दूसरा सेंसर Proximity Mobile सेंसर फोन को कान के पास ले जाने पर उसकी लाइट को बंद कर देता है। वहीं स्मार्टफोन को कान से दूर ले जाने पर दोबारा लाइट जला देता है।
स्मार्टफोन में कई तरह के सेंसर मौजूद रहते हैं। इन्ही में से एक है Ambient light सेंसर। Ambient light फोन की लाइट को धूप की रोशनी के मुताबिक अपने आप ही बढ़ा देता है। वहीं, अगर फोन किसी कम रोशनी वाली जगह है कि तो अपने आप फोन की लाइट कम हो जाती है। वहीं फोन में मौजूद दूसरा सेंसर Proximity Mobile सेंसर फोन को कान के पास ले जाने पर उसकी लाइट को बंद कर देता है। वहीं स्मार्टफोन को कान से दूर ले जाने पर दोबारा लाइट जला देता है।