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कुछ इस तरह से काम करता था ये फीचर
Share apps फीचर Google की फास्ट शेयर टेक्नोलॉजी के जरिए सेकेंडो में अपना काम कर देता था। इसमें यूजर्स अन्य डिवाइस पर Nearby Share का इस्तेमाल करके ऐप को शेयर कर सकते थें। चेंजलॉग की तरफ से इस बदलाव को सबसे पहले 9to5Google ने रिपोर्ट किया था। इस फीचर की सबसे खास बात यह थी कि, इंटरनेट कनेक्शन या मोबाइल डेटा के किए बिना ऐप्स को शेयर या रिसीव किया जा सकता था, जो काफी यूजफुल था। यह भी पढ़ें– POCO ने भारत में लॉन्च किया सबसे सस्ता 5G स्मार्टफोन, 50MP कैमरा के साथ मिलते हैं ये धांसू फीचर्स
गूगल ने नहीं बताया कारण
Google की तरफ से इस फीचर को हटाने को लेकर कोई आधिकारिक टिप्पड़ी नहीं की गई है। लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है सिक्योरिटी रीजंस के चलते यह कदम उठाया गया हो, क्योंकि पीयर-टू-पीयर (P2P) शेयरिंग का संभावित रूप से मैलवेयर या पायरेटेड ऐप्स शेयर करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यह भी पढ़ें– टेलिकॉम कंपनियों को राहत; TRAI के इस कदम से देश के 1.2 अरब मोबाइल यूजर्स को मिलेगी स्पैम कॉल्स से निजात