यह भी पढ़े – वाॅट्सऐप पर भेजें गायब होने वाले मैसेज क्या है एंड-टू-एंड इन्क्रिप्शन (End-To-End Encryption) एंड-टू-एंड इन्क्रिप्शन एक ऐसा सिक्योरिटी फीचर है जो वाॅट्सऐप अपने सभी यूज़र्स को उपलब्ध कराता है। इस फीचर से वाॅट्सऐप पर भेजे जाने वाले सभी मैसेज इन्क्रिप्टेड होते हैं। इसका मतलब यह है कि जब एक यूज़र वाॅट्सऐप पर किसी अन्य यूज़र को मैसेज भेजता है तो वो दूसरे यूज़र को रिसीव होने से पहले ही इन्क्रिप्टेड हो जाता है। इन्क्रिप्शन का मतलब है कि किसी डाटा फाइल या इन्फॉर्मेशन को कोड की मदद से सुरक्षित करना। ऐसे में एंड-टू-एंड इन्क्रिप्शन की मदद से वाॅट्सऐप पर भेजे जाने वाले सभी मैसेज रिसीव होने से पहले ही कोडिंग के जरिए सुरक्षित हो जाते हैं। ऐसे में इन मैसेज को उन दोनों यूज़र्स के अलावा और कोई भी नहीं पढ़ सकता। इससे यूज़र्स की प्राइवेसी बनी रहती है।
यह भी पढ़े – WhatsApp ने लॉन्च किया नया फीचर, नये मैसेज के बाद भी आर्काइव कर सकेंगे चैट्स फेसबुक की नई रिसर्च सोशल मीडिया ऐप फेसबुक (Facebook) ने 2014 में वाॅट्सऐप को खरीद लिया था। हालांकि वाॅट्सऐप फेसबुक के अधिकृत है और वाॅट्सऐप कर सभी मैसेज फेसबुक के सर्वर्स पर से होकर ही गुज़रते हैं, पर एंड-टू-एंड इन्क्रिप्शन होने से फेसबुक को भी वाॅट्सऐप मैसेज की जानकारी नहीं होती। पर हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार फेसबुक ऐसे तरीकें ढूंढ रहा है जिससे वो वाॅट्सऐप के मैसेज को एनालाइज़ कर सके।
यह भी पढ़े – WhatsApp ने लॉन्च किया नया फीचर, शुरू होने के बाद भी ज्वाइन कर सकेंगे ग्रुप कॉल फेसबुक की इस रिसर्च का कारण फेसबुक की वाॅट्सऐप के मैसेज को एनालाइज़ करने की रिसर्च का कारण मार्केटिंग बताई जा रहीं है। इस रिसर्च को ‘होमोमोर्फिक इन्क्रिप्शन’ (Homomorphic Encryption) कह्ते है। इससे कंपनी को
इन्क्रिप्टेड डाटा को पढ़ने में मदद मिलती है और साथ ही यूज़र की प्राइवेसी को साइबर सिक्योरिटी के खतरों से भी बचाया जाता है।
इन्क्रिप्टेड डाटा को पढ़ने में मदद मिलती है और साथ ही यूज़र की प्राइवेसी को साइबर सिक्योरिटी के खतरों से भी बचाया जाता है।
फेसबुक की प्रतिक्रिया फेसबुक के एक प्रवक्ता ने कहा है कि कंपनी के लिए वाॅट्सऐप पर होमोमोर्फिक इन्क्रिप्शन के इस्तेमाल के बारे में सोचना अभी बहुत जल्दी है। यह भी पढ़े – WhatsApp Status Download: कैसे डाउनलोड करें दूसरों का वाॅट्सऐप स्टेटस, जानिए आसान ट्रिक