गूगल पर किसी भी सर्विस के कस्टमर केयर नंबर सर्च कर उस पर फोन करना भी आपको महंगा पड़ सकता है। ऐसे कई केस सामने आ चुके हैं, जिनमें यूजर्स ने गूगल से कस्टमर केयर के नंबर सर्च कर उस पर फोन किया और उनके अकाउंट से रुपए निकाल लिए गए। दरअसल, साइबर क्रिमिनल लोगों की डिटेल लेने के लिए गूगल में कई गलत कस्टमर केयर नंबर्स को फ्लोट कर देते हैं। जब कोई उन नंबर्स पर कस्टमर केयर के नंबर समझकर फोन करते हैं तो उनके साथ ठगी कर लेते हैं। बता दें कि गूगल किसी भी जानकारी को वेरिफाई नहीं करता।
गूगल पर भूलकर भी बम बनाने का तरीका (How to make Bomb) न खोजें। इससे आप बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं। दरअसल, गूगल इस तरह की सर्च को गंभीरता से लेता है। ऐसे शब्द सर्च करने वाले यूजर का IP Address गूगल तुरंत सुरक्षा एजेंसियों को दे देता है। ऐसे में आप सिक्योरिटी एजेंसियों के शक के दायरे में आ सकते हैं।
कोरोना काल में ऑनलाइन बैंकिंग और ट्रांजेक्शन पहले से ज्यादा बढ़ा है। इससे कई फायदे हैं तो नुकसान भी हैं। ध्यान रहे कि ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले हैकर्स बैंक की तरह URL बना देते हैं। इसके बाद हम जब भी उस बैंक का नाम डालते हैं तो हम उनके जाल में फंस जाते हैं और हमारे खाते में से पैसे चुरा लेते हैं। इसलिए हमेशा बैंक की जानकारी गूगल से न लेकर बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट से लेनी चाहिए।
मोबाइल एप्स को भी गूगल से सीधे डाउनलोड नहीं करना चाहिए। इसके बजाय गूगल प्ले स्टोर या एप स्टोर पर जाकर ही एप्स को डाउनलोड करना चाहिए। इंटरनेट पर ऐसे कई एप्स हैं, जिनसे आपके मोबाइल डाटा को चुराया जा सकता है। इसके साथ ही आपके मोबाइल को हैक कर आपके बैंक अकाउंट में भी सेंध लगाई जा सकती है। ऐसे में गूगल प्ले स्टोर से ही एप डाउनलोड करना सुरक्षित रहता है।
गूगल पर हर तरह की जानकारी उपलब्ध रहती है। ऐसे में लोग कई बार बीमारी के लिए गूगल पर ही दवाईयां सर्च कर उनका सेवन करने लगते हैं। अगर आप भी ऐसा कर रहे हैं तो आप अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड कर रहे हैं। इस मामले में ज्यादातर समय गूगल के रिजल्ट गलत साबित हो सकते हैं। साथ ही इसके नतीजे आपके स्वास्थ्य के लिए गंभीर परिणाम हो सकते हैं। ऐसे में बेहतर होगा कि डॉक्टर की सलाह के बिना किसी दवाई का सेवन न करें।