इन ऐप्स में हुए जोकर मैलवेयर की पहचान
जानकारी के मुताबिक इन ऐप्स से यूजर्स को होने वाले नुकसान को भांपते हुए गूगल ने इन्हें डिलीट कर दिया है। अब अगर आप इन ऐप्स को डिलीट कर चुके हैं तो ये अभी भी आपके फोन में मौजूद हो सकते हैं, इन्हें फौरन डिलीट कर दीजिए। बता दें कि सुरक्षा फर्म कैस्पर्सकी (Kaspersky) की तात्याना शिश्कोवा ने 7 एप्लिकेशन में जोकर मैलवेयर की पहचान की है।
ये ऐप्स Google Play Store पर लाइव थे। इनमें नीचे दिए गए ऐप शामिल है। जानकारों का कहना है कि इंटरनेट पर इस तरह के कई ऐप मौजूद हैं, जिनसे लोगों को काफी नुकसान हो सकता है। इन ऐप की मदद से साइबर क्राइम होते हैं। इसके साथ ही ये एप्लिकेशन नकली सब्सक्रिप्शन और इन-ऐप गतिविधियों जैसे तरीकों को अपनाते हैं, जिन्हें बाद में अवैध मनी मेकिंग की जाती है।
स्मार्टफोन यूजर्स को साइबर अपराध से बचने के लिए किसी भी ऐप को डाउनलोड करते समय सतर्क रहना चाहिए। ऐप, जो अनुमति मांगता है उसे अच्छी तरह पढ़ने की बाद ही एलाऊ करें। इसके साथ ही ईमेल या मैसेज के द्वारा आने वाली किसी भी लिंक को ओपन करते समय भी सावधान रहना चाहिए।