1. इंकोग्निटो मोड का इस्तेमाल करें
इंटरनेट यूज करते वक्त इंकोग्निटो मोड़ में वेब ब्राउजर का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे ब्राउंजिंग हिस्ट्री प्राइवेट में रहती है। इंकोग्निटो मोड़ में इंटरनेट ब्राउजिंग सेफ और सिक्योर रहती है। इंकोग्निटो मोड में यूजर की हिस्ट्री, टेंपरेरी फाइल और कूकीज गुप्त रहती हैं।
इंटरनेट यूज करते वक्त इंकोग्निटो मोड़ में वेब ब्राउजर का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे ब्राउंजिंग हिस्ट्री प्राइवेट में रहती है। इंकोग्निटो मोड़ में इंटरनेट ब्राउजिंग सेफ और सिक्योर रहती है। इंकोग्निटो मोड में यूजर की हिस्ट्री, टेंपरेरी फाइल और कूकीज गुप्त रहती हैं।
2. लोकेशन एक्सेस को टर्न ऑफ रखें
जब भी आप किसी ऐप का इस्तेमाल करें तो एक बात का जरूर ध्यान रखें कि कई ऐप्स बिना जरूरत के भी यूजर की लाइव लोकेशन को ट्रैक करती हैं। ऐसे में ऐप यूज करते वक्त अगर स्क्रीन पर लोकेशन एक्सेस परमिशन पॉप-अप करने लगे तो उसे स्वीकार न करें। इसके लिए आप फोन की सेटिंग में जाकर लोकेशन एक्सेस को डिसेबल कर दें।
जब भी आप किसी ऐप का इस्तेमाल करें तो एक बात का जरूर ध्यान रखें कि कई ऐप्स बिना जरूरत के भी यूजर की लाइव लोकेशन को ट्रैक करती हैं। ऐसे में ऐप यूज करते वक्त अगर स्क्रीन पर लोकेशन एक्सेस परमिशन पॉप-अप करने लगे तो उसे स्वीकार न करें। इसके लिए आप फोन की सेटिंग में जाकर लोकेशन एक्सेस को डिसेबल कर दें।
यह भी पढ़ें— पुराने स्मार्टफोन को कैसे बदलें CCTV कैमरे में? बहुत आसान है ट्रिक 3. क्रेडिट-डेबिट कार्ड की जानकारी को सेव न करें
आजकल ऑनलाइन बैकिंग और ऑनलाइन पेमेंट का चलन बढ़ गया है। कई बार ऑनलाइन करते वक्त लोग अपने क्रेडिट या डेबिट कार्ड की जानकारी वहां सेव कर देते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि वेबसाइट्स पर पेमेंट कार्ड की जानकारी सेव नहीं करनी चाहिए। इससे हैकर्स आपके बैंक अकाउंट में सेंध लगा सकते हैं।
आजकल ऑनलाइन बैकिंग और ऑनलाइन पेमेंट का चलन बढ़ गया है। कई बार ऑनलाइन करते वक्त लोग अपने क्रेडिट या डेबिट कार्ड की जानकारी वहां सेव कर देते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि वेबसाइट्स पर पेमेंट कार्ड की जानकारी सेव नहीं करनी चाहिए। इससे हैकर्स आपके बैंक अकाउंट में सेंध लगा सकते हैं।
4. अलग-अलग पासवर्ड का इस्तेमाल करें
वहीं इंटरनेट पर अपने अकाउंट को सुरक्षित रखने के लिए नियमित रूप से अपने पासवर्ड को बदलते रहें। साथ ही इस बात का भी ध्यान रहे कि किसी को आपके पासवर्ड के बारे में पता न चले। कई साइट्स और ऐप्स के लिए एक जैसा पासवर्ड इस्तेमाल करने की जगह अलग—अलग पासवर्ड का इस्तेमाल करें।
वहीं इंटरनेट पर अपने अकाउंट को सुरक्षित रखने के लिए नियमित रूप से अपने पासवर्ड को बदलते रहें। साथ ही इस बात का भी ध्यान रहे कि किसी को आपके पासवर्ड के बारे में पता न चले। कई साइट्स और ऐप्स के लिए एक जैसा पासवर्ड इस्तेमाल करने की जगह अलग—अलग पासवर्ड का इस्तेमाल करें।
यह भी पढ़ें— स्मार्टफोन के जरिए किसी दूसरे डिवाइस में से कैसे लॉगआउट करें Facebook अकाउंट 5. वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का चयन करें
यूजर को अपनी ऑनलाइन सिक्योरिटी को बढ़ाने के लिए भरोसेमंद वीपीएन का इस्तेमाल करना चाहिए। VPN यूजर्स को प्राइवेसी उपलब्ध करवाता है। यह यूजर को एक अलग आईपी एड्रेस देता है, जिससे यूजर को अपनी ऑनलाइन एक्टिविटी को छिपाने में मदद मिलती है।
यूजर को अपनी ऑनलाइन सिक्योरिटी को बढ़ाने के लिए भरोसेमंद वीपीएन का इस्तेमाल करना चाहिए। VPN यूजर्स को प्राइवेसी उपलब्ध करवाता है। यह यूजर को एक अलग आईपी एड्रेस देता है, जिससे यूजर को अपनी ऑनलाइन एक्टिविटी को छिपाने में मदद मिलती है।