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ऑर्थर रोड का दिखाया गया वीडियो
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सुनवाई में डिस्ट्रिक्ट जज सैम्अुल गूजी ने नीरव मोदी की उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि सुनवाई के दौरान मीडिया पर आंशिक प्रतिबंध लगाया जाए। वहीं भारत सरकार की ओर से केस को पेश कर रही यूके की क्राउन प्रासिक्यूशन सर्विस ने अदालत को भारत में मुंबई की ऑर्थर रोड जेल का एक वीडियो दिखाया जहां नीरव मोदी को भारत में प्रत्र्यपण के बाद रखा जाएगा।
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साल के अंत तक फैसला आने की उम्मीद
मार्च 2019 में गिरफ्तारी के बाद से दक्षिण-पश्चिम लंदन की वैंड्सवर्थ जेल में बंद नीरव मोदी के खिलाफ सुनवाई के दूसरे चरण में प्रथम दृष्टया मामला स्थापित करने पर बहस पूरी होने की उम्मीद है। नीरव मोदी को सबूतों को गायब करने और गवाहों को डराने-धमकाने जैसे अतिरिक्त आरोप भी लगाए गए हैं। नीरव मोदी पर सबूतों के गायब करने और गवाहों को धमकी देने का भी आरोप है। अदालत ने तीन नवंबर को अतिरिक्त सुनवाई भी निर्धारित की है। इसके बाद एक दिसंबर को दोनों पक्ष अपनी अंतिम दलीलें देंगे। मतलब साफ है कि साल के अंत तक फैसला आ सकता है।
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बचाव पक्ष ने जताई थी यह चिंता
नीरव मोदी पिछले साल मार्च में अपनी गिरफ्तारी के बाद से दक्षिण-पश्चिम लंदन की वैंड्सवर्थ जेल में बंद है। पिछली सुनवाई के दौरान उसे सात सितंबर को मुकदमे की अगली सुनवाई शुरू होने तक हिरासत में रखने के आदेश दिए गए थे। बचाव कर रही टीम ने इंग्लैंड की सबसे भीड़भाड़ वाली जेलों में से एक वैंड्सवर्थ में नीरव मोदी के बिगड़ते मानसिक स्वास्थ्य के बारे में भी चिंता जताई है।
13 हजार करोड़ के घोटाले को दिया अंजाम
नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक को करीब 13 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप है। फरवरी 2018 में जब पीएनबी घोटाला देश के सामने आया था, तभी नीरव मोदी फरार हो गया। उसके बाद उसे लंदन में गिरफ्तार किया गया। तब से लेकर अब तक उसकी देश में कई करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। नीरव के प्रत्यर्पण के लिए भारत निरंतर प्रयास कर रहा है।