इस तरह से कम नहीं होगा वायरस
आनंद महिंद्रा ने ट्वीट कर कहा कि बीते कुछ दिनों में नए मामलों की संख्या में इजाफा हुआ है, ग्राफ की तेजी में अंकुश लगा है। उन्होंने कहा दुनिया की आबादी के मुकाबले भारत की आबादी की तुलना और मामलों की जांच को देखें तो नए मामलों में वृद्घि होना कोई बड़ी बात नहीं है। देश आसानी से बढ़ते ग्राफ को आसानी से नीचे आने की उम्मीद नहीं कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि लॉकडाउन ने ग्राफ को तेजी के साथ और ज्यादा ना बढऩे में काफी मदद की है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन ने लाखों लोगों क मौत को टाला है। आंकड़ों को देखें तो भारत में 10 लाख लोगों पर मौत की दर 1.4 है, जो वैश्विक औसत 35 और 228 अमरीकी औसत से काफी कम है।
लॉकडाउन बढऩे से इकोनॉमी को होगा नुकसान
आनंद महिंद्रा ने कहा कि अगर लॉकडाउन को और लंबे समय के लिए बढ़ाया जाता है तो तो देश के लिए आर्थिक आत्मघाती यानी आर्थिक हारा-किरी जैसा कदम होगा। उनके अनुसासर कामकाज करती और वृद्धि करती इकोनॉमी आजीविका के लिए एक प्रतिरक्षा प्रणाली की तरह है। लॉकडाउन इसे नुकसान पहुंचाता और देश को प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है और हमारे समाज में सबसे अधिक हानि पहुंचाता है।