दोनों राज्यों को मिलेगा फायदा ललितपुर जिला यूपी और एमपी के बॉर्डर पर है। ऐसे में ललितपुर में एयरपोर्ट के निर्माण से दोनों राज्यों को इसका लाभ मिलेगा और बुंदेलखंड जैसे आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े क्षेत्र का विकास तेज हो सकेगा। बुंदेलखंड व विन्ध्य क्षेत्र में झांसी, चित्रकूट व सोनभद्र में पूर्व से ही एअरपोर्ट के विकास का कार्य प्रगति पर है। ललितपुर में प्रदेश सरकार द्वारा बल्क ड्रग पार्क की स्थापना का भी प्रयास कर रही है। इस प्रकार बुंदेलखंड क्षेत्र में डिफेन्स कॉरीडोर का निर्माण भी तीव्र गति से हो रहा है।
दुनिया का पांचवा सबसे बड़ा एयरपोर्ट इससे पहले योगी सरकार ने प्रयागराज, कानपुर व हिंडन एयरपोर्ट का संचालन शुरू किया। तीनों एयरपोर्ट का संचालन प्रथम तीन वर्षों में शुरू किया गया। नोएडा में भी इंटरनेशनल एयरपोर्ट सहित 14 हवाई अड्डों का विकास कार्य तेजी से चल रहा है, जिसमें से बरेली, कुशीनगर पूर्ण रूप से तैयार हैं। इसके साथ ही अलीगढ, आजमगढ़, मेरठ, मुरादाबाद व चित्रकूट अगले दो माह में पूर्ण रूप से तैयार हो जायेंगे। बता दें कि जेवर एयरपोर्ट दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। ग्रेटर नोएडा के जेवर में करीब 5000 हेक्टेयर में प्रस्तावित इस एयरपोर्ट पर तेजी से काम चल रहा है। प्रस्ताव के अनुसार 2022-23 में जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से फ्लाइट्स का संचालन भी शुरू हो जाएगा।