आचार्य जी ने कही यह बात थाना बार के स्थानीय कस्बे में आचार विद्यासागर जी का एक दिनी प्रवास हुआ। प्रवास के दौरान भारी संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा बना रहा मुनि श्री के आगमन के समय पुलिस प्रशासन द्वारा भारी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए थे। आचार्य सीधे दिगंबर जैन मंदिर पहुंचे, जहां पर उन्होंने एकत्रित हुए श्रद्धालुओं को अपना उद्बोधन दिया। आचार विद्यासागर जी ने कहा कि मनुष्य अपनी इच्छाओं में वशीभूत होकर अच्छे बुरे कर्मों में लिप्त रहता है, जिस कारण उसे इस संसार में बार-बार जन्म लेकर आना पड़ता है। जबकि मनुष्य को अपना जीवन सार्थक करने के लिए कुछ ऐसा प्रयत्न करना चाहिए, जिससे एक ही बार में इस संसार से पार हो जाए। उसे इस संसार सागर में बार-बार ना आना पड़े।
23 नवंबर को आएंगे ललितपुर बता दें कि आचार्य जी 23 नबम्बर को ललितपुर आएंगे। 32 वर्षों बाद उनके आगमन पर स्थानीय नगर में छह दिवसीय पंचकल्याणक महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन आचार विद्यासागर जी के सानिध्य में किया जाएगा। पंचकल्याणक महोत्सव में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसी भी एक दिन आ सकते हैं। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई मंत्रियों को न्योता दिया गया है।