हुआ यूं कि एक दिन लखनऊ में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बेटे अर्जुन यादव स्कूल की छुट्टी के बाद जब घर वापस लौट रहे थे तब उनका वाहन एक सीएम आवास के नजदीक एक जाम में फंस गया। उन्होंने इसका कारण जानना चाहा तो बताया गया कि एक किसान कर्ज की वजह से आत्महत्या का प्रयास कर रहा था। उसे बड़ी मुश्किल के बाद पेड़ से उतारा गया है। इसीलिए भीड़ जुटी है। घर पहुंचकर अर्जुन ने अपने पिता और पूर्व सीएम अखिलेश यादव को इस घटना के बारे में बताया। उन्होंने कहा, आप और बाबा मुलायम सिंह यादव हरदम किसानों की खुशहाली की बात किया करते हैं। क्या आपकी पार्टी इस किसान की कोई मदद कर सकती है। बेटे के इस सवाल पर अखिलेश यादव ने तब तो कोई ठोस जवाब नहीं दिया। लेकिन, उन्होंने बेटे को आश्वस्त किया वह किसान की मदद जरूर करेंगे।
बेटे की जिद और पिघल गए अखिलेश
बात आई गयी हो गयी। एक दिन फिर बेटे अर्जुन ने पिता अखिलेश से सवाल किया और किसान की मदद के बारे में जानना चाहा। तब बेटे ने जिद के बाद अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी को संबंधित किसान के बारे में पता करने के लिए कहा। मालूम हुआ कि आत्महत्या का प्रयास करने वाला किसान ललितपुर के ग्राम बछलापुर निवासी रामराज कुशवाहा है। ललितपुर की सपा इकाई ने रिपोर्ट भेजी कि किसान वाकई गरीब है। और कर्ज के बोझ तले दबा है। उसे सरकारी आश्वासन के बाद घटना के दिन पेड़ से तो उतार लिया गया था लेकिन अब तक उसको कोई सरकारी मदद नहीं मिली। उसके हालातों में अब तक कोई बदलाव नहीं आया। उसे लखनऊ से लेकर ललितपुर तक आश्वासनों का झुनझुना ही पकड़ाया जाता रहा। इसके बाद अखिलेश यादव ने किसान रामराज को ललितपुर से लखनऊ बुलाया और 11 मई को सपा पार्टी कार्यालय दो लाख रुपयों की मदद पार्टी फंड से दी गयी। इसके अलावा आगे कर्ज न लेने और बच्चों को पढ़ाने की भी सलाह दी गयी।
प्रेस कांन्फ्रेस में दी जानकारी
शुक्रवार को ललितपुर में आयोजित समाजवादी पार्टी की प्रेस कांफ्रेंस में पार्टी के जिलाध्यक्ष ज्योति कल्पनित सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष सरिता यादव, वरिष्ठ नेता गुलाम मोहम्मद गामा, अजीज कुरैशी, पप्पू नारायन, गिरधारी लाल यादव आदि ने यह जानकारी दी। पार्टी नेताओं ने बताया कि योगी सरकार जहां सूबे के किसानों का कर्ज माफ कर खूब वाहवाही बटोर रही है वहीं जमीनी हकीकत कुछ और है। तमाम किसान आज भी कर्ज के बोझ तले दबे हैं और आत्महत्या को मजबूर हो रहे हैं। इसी तरह का एक किसान रामराज भी था जो कर्ज से परेशान होकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लखनऊ आवास के समक्ष जान देने जा पहुंचा था। इस घटना को हुए कई दिन बीत गए लेकिन किसान की समस्या का समाधान नहीं हुआ। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किसान की मदद कर उसकी मुस्कान लौटा दी। वह इस प्रत्याशित मदद पर खुशी से रो पड़ा।
इनके साथ किसान पहुंचा लखनऊ
पूर्व मुख्यमंत्री के आदेश के बाद सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष तिलक यादव, जिलाध्यक्ष ज्योति कल्पनित सिंह लोधी सपा कार्यकर्ताओं के साथ 11 मई को पीडि़त किसान रामराज को लेकर लखनऊ पहुंचे। लखनऊ में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पार्टी फंड से किसान को एक लाख रुपये का ड्राफ्ट और एक लाख रुपया नगद किसान रामराज को प्रदान किया। इस अप्रत्याशित मदद के बाद रामराज खुशी से रोने लगा। तब पार्टी दफ्तर का नजारा काफी मार्मिक हो उठा। किसान ने अखिलेश यादव को लाख-लाख धन्यवाद दिया।