आरोपी दरोगा की तलाश में प्रयागराज के गंगापार इलाके में देर रात दबिश दी गई। परिवार के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। डीआईजी का कहना है कि आरोपी दरोगा की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म मामले में डीआईजी ने एसपी झांसी विवेक त्रिपाठी के जांच में लगाया है। बुधवार को जिला अस्पताल पहुंचकर उन्होंने किशोरी और आरोपी महिला से पूछताछ की।
य़ह भी पढ़ें: अब शराब की दुकान चलाने के लिए ‘अच्छा चरित्र’ होना जरूरी, जीएसटी और प्रोसेसिंग फीस को लेकर है ये नियम पीड़िता की मां की तहरीर पर दर्ज हुआ केस पीड़िता की मां की तहरीर पर केस दर्ज हुआ है। तहरीर में बताया गया कि 13 वर्षीय नाबालिग बेटी को चंदन, राजभान, हरिशंकर और महेंद्र चौरसिया 22 अप्रैल को फुसलाकर भोपाल भगा ले गए थे। यहां तीन दिन तक उसे स्टेशन के पास गलियों में छिपाकर रखा। इस दौरान उसके साथ लगातार रेप करते रहे। 26 अप्रैल को यह चारों लड़के उसकी बेटी को थाने में दारोगा के पास छोड़कर भाग गए। दारोगा ने उसे उसकी मौसी गुलाब बाई को सौंप दिया। 27 अप्रैल को उसे फिर थाने बुलाया गया। आरोप है कि जैसे ही शाम हुई, उसकी मौसी ने उसको थानाध्यक्ष तिलकधारी सरोज के कमरे में भेज दिया, जहां उसके साथ दुष्कर्म किया गया। 30 अप्रैल को वह फिर थाने आई तो उसे चाइल्ड लाइन के सिपुर्द कर दिया गया। चाइल्ड लाइन में काउंसिलिंग की गई तो उसने यह सारी घटना बताई।
पीड़िता की मौसी गिरफ्तार किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म की षड्यंत्रकारी आरोपी महिला को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस महिला को लेकर जिला अस्पताल पहुंची जहां उसकी डॉक्टरी जांच करा रही है। आरोपी महिला से भी एसपी झांसी ने पूछताछ की है। इससे पहले किशोरी का डॉक्टरी परीक्षण कराया गया।
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मामले में एडीजी एलओ प्रशांत कुमार ने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की सूचना मिलने पर तत्काल इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्यवाही की गई है। इंस्पेक्टर को निलंबित किया गया है। साछ ही 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा थाना पाली में दर्ज किया गया है। एडीजी जोन ने पूरे थाने को लाइन हाजिर कर दिया गया है। कुल 3 लोगों की अभी गिरफ्तारी की गई है एक महिला भी शामिल है इसमें। डीआईजी झांसी को मौके पर रहने के निर्देश डीजीपी द्वारा दिए गए हैं। वो तब तक रहेंगे जब तक पूरी घटना का राजफाश नहीं हो जाता। गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। दोषी कोई भी हो चाहे पुलिस वाला भी सभी के खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी। किसी को बख्शा नहीं जायेगा। टीम लगाई गई है लगातार गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। लगातार मामले की विवेचना जारी है। राजनीतिक हस्तियों ने यूपी सरकार पर बोला हमला ललितपुर की घटना पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, ‘न्याय को ही लोगों के दरवाज़े तक नहीं पहुँचना होता है… कभी-कभी न्याय की पुकार के लिए भी लोगों के दरवाज़े तक जाना होता है।’
बुलडोजर के शोर में दबाई जा रही कानून व्यवस्था कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, ‘ललितपुर में एक 13 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप और फिर शिकायत लेकर जाने पर थानेदार द्वारा बलात्कार की घटना दिखाती है कि “बुलडोजर” के शोर में कानून व्यवस्था के असल सुधारों को कैसे दबाया जा रहा है। अगर महिलाओं के लिए थाने ही सुरक्षित नहीं होंगे तो वो शिकायत लेकर जाएंगी कहां?’