दो महीने से नहीं हो रहा समाधान चार अक्टूबर को बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच समिति गठित हुई थी। इसमें कहा गया था कि अगर तकनीकी खराबी के कारण छात्रों का परीक्षा फल त्रुटिपूर्ण घोषित हुई है, तो वह तकनीकी गठित की हुई टीम उसकी समीक्षा करेगी। अगर रिजल्ट त्रुटिपूर्ण निकलता है तो 24 घंटे में उसको सही कर दिया जाएगा। इसके बावजूद दो माह का समय बीत गया लेकिन छात्रों के परीक्षा फल में किसी भी तरह का कोई सुधार नहीं किया गया।
आंदोलन की चेतवानी परीक्षार्थियों का आरोप है कि अनेक बार आवेदन करने के बाद भी बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी झांसी द्वारा घोषित परीक्षा फल को संशोधित नहीं किया गया जो उनके लापरवाह पूर्ण रवैया को दर्शाता है। छात्रों ने कहा कि अगर उनकी बात नहीं मानी गई, तो वह महा आंदोलन शुरू कर देंगे।