ये भी पढ़ें- अपर्णा यादव के टिकट को लेकर आखिरकार अखिलेश यादव ने तोड़ दी चुप्पी, दिया बड़ा बयान इन सीटों पर कांग्रेस नहीं उतारेगी अपना प्रत्याशी- कांग्रेस और जन अधिकार पार्टी के गठबंधन के तहत जन अधिकार पार्टी प्रदेश में 7 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इनमें झांसी, चंदौली, एटा, बस्ती व एक अन्य सीट पर जन अधिकार पार्टी अपने सिम्बल पर चुनाव लड़ेगी जबकि बाकी दो सीटों पर जन अधिकार पार्टी के उम्मीदवार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। इसी के साथ कांग्रेस नेताओं की झांसी से चुनाव लड़ने की उम्मीदों ने दम तोड़ दिया है।
इस पूर्व सांसद को लगा झटका- आपको बताते चलें कि कांग्रेस सरकार के पूर्व राज्य मंत्री प्रदीप जैन आदित्य, जो कि 2009 में इसी लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर कांग्रेसी सरकार में मंत्री पद से नवाजे गये थे, पिछले 5 सालों से इसी सीट से पुनः चुनाव लड़ने की तैयारियां कर रहे थे और समय-समय पर जनता के बीच आकर अपनी मौजूदगी भी दर्ज करा रहे हैं। इस गठबंधन से खासकर जहां एक ओर प्रदीप जैन आदित्य की उम्मीदों पर पानी फिर गया है तो वहीं उनके साथ काम कर रहे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में भी मायूसी छा गई।
ललितपुर जनपद में कुशवाहा समाज बड़ी संख्या में निर्णायक साबित होता है। मगर यहां पर बीएसपी के पूर्व विधायक रमेश कुशवाहा इसी फैक्टर से चुनाव जीते थे और उसके बाद उन्होंने बीजेपी और अब सपा का दामन थाम लिया है। हाल ही में ललितपुर की सदर विधानसभा सीट से रामरतन कुशवाहा भी चुनाव जीतकर विधायक बने हैं। तो अब कुशवाहा तिगड़ी में बटती नजर आ रही है। ऐसी में कांग्रेस की यह सीट मुश्किल में भी पड़ती नजर आ रही है।