परिवार ने मांगी माफी परिवार द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में सौरभ के भाई नवीन वाल्मीकि व मामा सुनील वाल्मीकि ने कहा कि यह जनता का ही आशीर्वाद है कि सोनी चैनल पर आयोजित होने वाले देश के बड़े रियलिटी शो इंडियन आइडल में सौरभ वाल्मीकि पहुंचा। सौरभ का बचपन बहुत ही गरीबी में बीता। बचपन में ही उसके माता-पिता का देहांत हो गया था। उसके बाद बड़ा भाई अर्जुन वाल्मीकि मजदूरी, नगर पालिका में सफाई का काम व बैंडबाजा में काम कर परिवार का पेट पालता था। लेकिन पांच वर्ष पूर्व उसका भी देहांत हो गया था। परिवार विषम परिस्थितियों में आ गया।
तोड़-मरोड़कर पेश किया गया बयान सौरभ के भाई नवीन वाल्मीकि ने कहा कि सौरभ वाल्मीकि द्वारा दिए गए बयान को सोशल मीडिया पर तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। उन्होंने कहा कि लखीमपुर में कोई भेदभाव नहीं होता। उनके परिवार ने भी ऐसा कभी कोई कृत्य नहीं झेला। यही वजह है कि सौरभ भी अपने शहर और शहरवासियों का अपमान करने की नहीं सोच सकता। वह शहर और शहरवासियों से बेहद प्रेम करता है। सौरभ को संगीत की शिक्षा देने वाले गुरु स्व. राज कुमार तिवारी उसे अपने बच्चे की तरह मानते थे। उनकी दिली इच्छा थी कि उनके शिष्य अपने जिले व शहर का नाम अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर ऊंचा करें। नवीन ने कहा कि यदि उनके भाई की बातों से शहरवासियों को ठेस लगी हो तो पूरा परिवार इसके लिए सभी से क्षमा मांगता है। उन्होंने शहरवासियों से सौरभ का अपना बच्चा मानकर माफ कर देने की अपील की। इस दौरान अरविंद, नवनीत व गौरव भी मौजूद रहे।