अलीगंज क्षेत्र के गांव किशोरीपुरवा में रहने वाले मुकेश कुमार की 11 साल की बेटी रामगुनी को तेज बुखार और झटके आने के बाद वह बेहोश हो गई। परिवार के लोग उसे डॉक्टर के पास लेकर गए। इलाज के बाद उसे होश तो आ गया, लेकिन बच्ची दिव्यांग हो गई। यह कैसे हुआ इसके बारे में किसी को कुछ समझ नहीं आया। बच्ची के पिता ने चाइल्ड लाइन के ट्रोल-फ्री नंबर पर फोन किया और गरीबी के चलते बेटी के इलाज कराने में असमर्थ होने की बात कही। इस पर चाइल्ड लाइन की टीम ने गरीब परिवार के घर पहुंच कर जानकारी ली। इसके बाद इलाज के लिए आर्थिक सहायता भी। इनके साथ ही कई अन्य संस्थाओं ने सहयोग किया है।
जापानी इंसेफलाइटिस की बीमारी बच्ची के दिव्यांग होने का कारण डॉक्टरों ने जापानी इंसेफलाइटिस बताया है। इस बीमारी से ग्रस्त होने वाले बच्चे में किसी न किसी अंग में दिव्यांगता आ जाती है। इस मामले में खीरी सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल का कहना है कि उन्हे इस तरह के केस की जानकारी नहीं है।जेई से दिव्यांग हुई बच्ची के लिए सरकार की तरफ से सहायता दी जाती है। टीम भेज कर जानकारी की जाएगी। इसमें जो हो सकेगा वह किया जाएगा।