सुबह बिजली गुल होने से रघुनाथ ने बामला स्थित ग्रिड पर तैनात कर्मचारी से पूछा था। कर्मचारी ने उसे बताया था कि लाइन में फाल्ट आ गया है। इसी दौरान रघुनाथ का बड़ा भाई चौथमल ट्रांसफार्मर पर जम्पर डालने के लिए शटडाउन करवाने के लिए निकल रहा था, लेकिन रघुनाथ ने उसे झूठ बोल दिया कि मैंने बिजली बंद करवा दी है। यह कहकर दोपहर एक बजे वह खंभे पर चढ़ गया और जम्पर डालने लगा। इस दौरान बिजली आने से करंट से उसकी मौत हो गई।