केन्द्र व राज्य सरकारों को गांव-ढाणी में केन्द्र खोलकर युवाओं को कंप्यूटर साक्षर का ज्ञान देने की जरूरत है। हालांकि राज्य सरकार के लिए इसके लिए प्रयास चल रहे है। सरकार महिलाओं को कंप्यूटर में साक्षर बनाने के लिए महिला डिजिटल दीदी प्रोजेक्ट लॉंच करने का काम प्रस्तावित है। इसके लिए 3 माह का पाठ्यक्रम भी तैयार किया गया है। इसमें सेल्फ बूथ खोल जाएंगे। महिलाओं को कम्यूटर सीखाने के साथ ई-मेल चलाना, सोश्यल मीडिया, फ्रॉड मैसेज के प्रति जागरूक किया जाएगा। इसमें करीब 1 से डेढ़ लाख महिलाओं को इस प्रोजेक्ट से जोड़ने का कार्यक्रम प्रस्तावित है।
कम्यूटर के प्रति युवाओं में बढ़ रहा रूझान वीएमओयू के परीक्षा नियंत्रक बी अरूण कुमार बताते है कि विवि की ओर से युवाओं को कंप्यूटर में दक्ष करने के लिए आरकेसीएल-आरएससीआईटी की परीक्षा आयोजित करवाई जाती है। साल में चार बार यह परीक्षा होती है। इन परीक्षाओं में हर साल करीब 6 से साढ़े 6 लाख युवा बैठते है और 70 फीसदी पासआउट होते है। इसके लिए एकेडमिक सेशन आरएससीआईटी करवाता है। तीन माह का कोर्स होता है। इसमें युवाओं को कंप्यूटर की बेसिक जानकारी दी जाती है। परीक्षा व प्रमाण पत्र का जिम्मा हमारा है।
यह है उद्देश्य
विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस हर साल 2 दिसंबर को मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य दुनियाभर में कंप्यूटर और डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना है। आज के आधुनिक युग में कंप्यूटर और इंटरनेट का ज्ञान न केवल शिक्षा और रोजगार के लिए जरूरी है, बल्कि दैनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। यह दिन कंप्यूटर के महत्व को बढ़ावा देने और कंप्यूटर साक्षरता को दुनिया भर में पहुंचाने के लिए मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मकसद है कि कंप्यूटर के बारे में जानकारी और ज्ञान हर उम्र और वर्ग के लोगों तक पहुंचे।
विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस हर साल 2 दिसंबर को मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य दुनियाभर में कंप्यूटर और डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना है। आज के आधुनिक युग में कंप्यूटर और इंटरनेट का ज्ञान न केवल शिक्षा और रोजगार के लिए जरूरी है, बल्कि दैनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। यह दिन कंप्यूटर के महत्व को बढ़ावा देने और कंप्यूटर साक्षरता को दुनिया भर में पहुंचाने के लिए मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मकसद है कि कंप्यूटर के बारे में जानकारी और ज्ञान हर उम्र और वर्ग के लोगों तक पहुंचे।