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महिला सुरक्षा प्राथमिकता गुमानपुरा थानाधिकारी विजय शंकर शर्मा ने बताया कि इन महिला कांस्टेबलों को विशेषकर बालिका स्कूल के आसपास छुट्टी के समय और शाम को सेवन वेंडर्स व चौपाटी बाजार की तरफ गश्त पर रखा जाता है। जिससे महिलाओं व युवतियों के साथ किसी तरह की कोई वारदात नहीं हो सके। यदि कोई वारदात हो भी जाए तो वे तुरंत स्थिति को संभाल सके।
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शहर पुलिस को मिली 20 स्कूटी शहर पुलिस अधीक्षक अंशुमान भौमिया ने बताया कि शहर पुलिस को २० स्कूटी मिली है। गत माह मुख्यमंत्री व गृहमंत्री ने कोटा आगमन के दौरान इसकी शुरुआत की थी। तब से ये लगातार शहर में घूम रही हैं। इन्हें मुख्यत: कोचिंग क्षेत्र जवाहर नगर, विज्ञान नगर, महावीर नगर व कुन्हाड़ी थाना क्षेत्रों में रखा गया है। इनके अलावा अन्य थाना क्षेत्रों में भी अलग-अलग समय पर समूह में महिला कांस्टेबल गश्त करती हैं। ये महिला अपराधों पर नियंत्रण में सहायक हो रही हैं।
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आधुनिक संसाधनों से लैस है स्कूटी महिला पुलिस कर्मियों को गश्त करने व किसी भी तरह का अपराध या घटना की जानकारी होने पर उनके तुरंत पहुंचने में स्कूटी सहायक होगी। ये आधुनिक संसाधनों से लैस है। साथ ही स्कूटी सवार दोनों महिला कांस्टेबल हैलमेट पहनकर चलती है। इससे अन्य वाहन चालकों को भी एक संदेश मिलेगा। सिग्मा गस्ती दल की शुरुआत 18 अगस्त से हुई। जिसमें एक स्कूटी पर दो महिला कांस्टेबल तैनात रहती हैं। 4 से 6 महिला कांस्टेबलों का दल कोटा के 5 थाना क्षेत्रों में एक साथ गस्त करता हैं।