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डीआरएम का प्रतिनिधिमंडल से मिलने से इंकार इस मामले में तीन दिन पहले डीआरएम से मिलने एक प्रतिनिधिमंडल आया था, लेकिन डीआरएम ने मिलने से इनकार कर दिया। इसके बाद अपनी बात रखने के लिए प्रदर्शन करना पड़ा। प्रदर्शन के बाद वन्यजीव प्रेमियों ने डीआरएम की गैर मौजूदगी में एडीआरएम को ज्ञापन देकर उनसे वन्यजीवों की सुरक्षा के उपाय करने को कहा। इसके साथ जिला कलक्टर को भी ज्ञापन देकर वन विभाग एवं रेल प्रशासन में समन्वय कायम करने की मांग की गई।
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वन्यजीवों की मौत की अनदेखी से नाराज रेल प्रशासन द्वारा वन्यजीवों की मौत की अनदेखी से नाराज जल बिरादरी के प्रदेश उपाध्यक्ष बृजेश विजयवर्गीय, सोसायटी फॉर हिस्टोरिकल एंड ईकोलॉजिकल रिसोर्स के डॉ. कृष्णेंद्र सिंह, डॉ. किरण चौधरी, योगेंद्र शर्मा, चम्बल रेस्क्यू फोर्स के बनवारी यदुवंशी, कोटा एनवायरमेंट सेनीटेशन सोसायटी की डॉ. सुसेस राज के अलावा महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के समन्वय पंकज मेहता और भाजपा कार्यकर्ता एल.एन. शर्मा भी समर्थन में पहुंचे। उन्होंने रेल प्रशासन से वन्यजीवों के सुरक्षा के उपाय करने को कहा। एडीआरएम ने कहा कि वन्यजीवों की मौत दु:खद है, लेकिन इसके लिय वन विभाग सुरक्षा के इंतजाम करे, रेल प्रशासन भी हरसंभव मदद करेगा। प्रदर्शन में मुकेश सुमन, अलका भार्गव, सरिता ब्रह्मभट्ट, धीरज सुमन, भरत लोधा, सुमन मंचूरिया, साजिद जावेद भी शामिल हुए। यह भी पढ़ें