वन विभाग की टीम ने मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व क्षेत्र के कोलीपुरा रेंज के एक खेत में शनिवार को दो जनों को जंगली सू-अर के 20 किलो मांस के साथ पकड़ा। दोनों मांस पका रहे थे, इस दौरान इनको धर दबोचा। इन शिकारियों ने जंगली Pig का फंदा लगाकर शिकार किया। जब्त मांस में 18 किलो कच्चा था।
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चिकित्सक अखिलेश पांड्ये ने बताया कि शिकारियों के पास 18 किलो कच्चा मांस था। जबकि 2 किलो ये लोग पका रहे थे। सू अर के अवशेष का पोस्टमार्टम किया है। सू अर के सिर की हड्डियां चूर-चूर हो गई थीं। संभवतया इसे पकडऩे के बाद सरिये से वार कर मारा गया। कच्चे व पक्के मांस के सेंपल लिए हैं, इन्हें जांच के लिए देहरादून भेजा जाएगा। इधर इस मामले में मुकुन्दरा हिल्स टागइर रिजर्व के उपवन संरक्षक एस आर यादव ने बताया कि पकड़े गए दिनेश व कमलेश के खिलाफ वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।
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सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
सू अर के शिकार ने मुकुन्दरा हिल्स टागइर रिजर्व में सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व में जल्द ही बाघ को लाकर छोडऩे की योजना है। ऐसे में सू अर का शिकार विभाग की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रहा है। प्रश्न यह उठ रहा है कि सुरक्षा में ढील बरती गई तो बाघ की सुरक्षा कैसे होगी। मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व को 2013 में टाइगर रिजर्व घोषित किया है और इसमें दिसबंर 2017 तक बाघ को लाने की योजना थी। इन हालातों में यदि बाघ आ जाता तो सुरक्षा किस तरह होती। घटना कुछ इसी तरह की पोल खोल रही है।
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