सुबह आंख खुली तो रिमझिम बारिश का दौर
कोटा शहर में सुबह आंख खुली तो रिमझिम बारिश का दौर जारी था। दोपहर डेढ़ बजे तक बारिश हुई। बारिश के चलते लोगों ने एक बार फिर रेनकोट व छाते निकाल लिए। इससे गुलाबी सर्दी का अहसास हुआ। उसके बाद बादल छाए रहे, लेकिन शाम के समय मौसम खुला और धूप खिली। कोटा शहर का अधिकतम तापमान 30.4 व न्यूनतम तापमान 2 डिग्री गिरकर 22.8 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह 8.30 से शाम 5.30 बजे तक 4.4 एमएम तथा बीते 24 घंटे में 8.0 एमएम बारिश दर्ज की गई। कोटा ग्रामीण क्षेत्रों में भी बारिश हुई।
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मानसून की विदाई के बाद भी बारिश
इस साल बारिश जाने का नाम ही नहीं ले रही। पिछले सप्ताह मानसून विदा होने की अधिकृत घोषणा के बाद चार दिनों से हाड़ौती में बादल छाए हुए हैं। इस दौरान धूप नहीं निकली। बीच-बीच में बूंदाबांदी हुई। राजस्थान में बने नए वेदर सर्कुलेशन सिस्टम के चलते मौसम का मिजाज अचानक बदल गया।
फसलों में भारी नुकसान
हाड़ौती में बारिश होने से खरीफ की फसलों में खासा नुकसान पहुंचाया। खेतों में कटी सोयाबीन की फसल के ढेर भी बारिश से भीग गए। उदड़ समेत अन्य फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचाया। मौसम की मार फसलों पर हर तरफ नजर आई। हालांकि रबी की बुवाई की तैयारियों में जुटे किसानों को बारिश से जरूर फायदा पहुंचा। कोटा जिले के ग्रामीण क्षेत्र में सोयाबीन, धान, उड़द, मूंग आदि फसलों को नुसकान हुआ है।
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खराब हो गई फसलें
झालावाड़ जिले में खेतों में कटी पड़ी सोयाबीन, मक्का, मूंग सहित अन्य खरीफ फसलों में नुकसान की आशंका है। कृषि उपज मंडी में बेचने के लिए लाई गई जिंसें भीग गई। बूंदी जिले की रामगंजबालाजी स्थित कुंवारती कृषि उपज मंडी में व्यापारियों की प्लेटफॉर्म पर सुखाई गई मक्का भीग गई। व्यापारियों ने हमालों के साथ मक्का को समेटना शुरू किया। खेतों में किसानों की फसलें आड़ी पड़ गई। बारां सहित जिले में अच्छी बारिश हुई। कवाई की कृषि उपज मंडी में आगामी आदेश तक के लिए व्यापार संघ ने नीलामी बंद कर दी। रविवार सुबह तेज बारिश से चारों तरफ अव्यवस्था हो गई है। मांगरोल में खुले में मैदानों में सुखाई सोयाबीन भीग गई।