शनिवार को उसकी मौत की सूचना मिली। मुझे विश्वास ही नहीं हुआ कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया और कहते कहते पोस्टमार्टम रूम के बाहर मृतक सिद्धार्थ रावत के पिता मदन सिंह फफक कर रोने लग गए। मृतक के पिता उत्तराखण्ड निवासी मदन सिंह व रिश्तेदारों के कोटा पहुंचने पर रविवार को पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
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पोस्टमार्टम के बाहर मदन सिंह ने कहा कि बेटे से 23 नवम्बर को ही बात हुई थी तो उसने कहा कि वह कोटा में बिल्कुल ठीक है। पढ़ाई को लेकर भी चर्चा हुई थी उसने सब कुछ ठीक बताया। उसकी बातों से भी नहीं लगा कि वह परेशान है।
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उन्होंने बताया कि शनिवार सुबह सिद्धार्थ को फोन लगाया तो उसने कोई जवाब नहीं दिया। कई बार फोन करने के बाद भी फोन नहीं उठाया। मकान मालिक ने कमरे के रोशनदान से अंदर देखा तो सिद्धार्थ संदिग्ध अवस्था मृत पाए जाने पर पुलिस को सूचना दी। सिद्धार्थ एकलौता बेटा था, एक छोटी बहन है, जो अभी दसवीं में पढ़ रही है। पोस्टर्माटम के बाद परिजन शव लेकर उत्तराखण्ड के लिए रवाना हो गए।