कोटा रेल मंडल में अनुसंधान अभिकल्प मानक संगठन, (आरडीएसओ) लखनऊ टीम परिचालन विभाग के सहयोग से 31 दिसबर से वन्दे भारत स्लीपर रैक का ट्रायल कर रही है। यह वन्दे भारत स्लीपर रैक का भारतीय रेल में पहला हाई स्पीड ट्रायल है। इस स्लीपर रैक के सफल ट्रायल के बाद यात्रियों को देश के विभिन्न रेलमार्गों पर लबी दूरी के रेल यात्रियों को तेज, सुरक्षित और विश्वस्तरीय यात्रा कर सकेंगे।
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विभिन्न मानकों पर कर रहे ट्रायल
यह ट्रायल वंदे भारत स्लीपर रैक के विभिन्न तकनीकी मानकों के विश्लेषण के लिए किया जा रहा है। जिसमें कपलर फोर्स, एयर सस्पेंशन, ब्रेकिंग सिस्टम, घुमाव ट्रैक पर गति इत्यादि का परीक्षण शामिल है। कोटा रेल मंडल देश का पहला रेल मंडल है, जहां वंदे भारत स्लीपर रैक का हाई स्पीड ट्रायल किया गया है। सफल ट्रायल के बाद ये ट्रेन देशभर के विभिन्न मार्गों पर संचालित की जानी है।
सौरभ जैन, सीनियर डीसीएम, कोटा रेल मंडल।
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16 कोच है स्लीपर में
वंदे भारत स्लीपर में 16 कोच का रैक है। इसमें 11 थर्ड एसी कोच, 4 सैकंड एसी कोच एवं 1 प्रथम श्रेणी एसी कोच शामिल है। इसमें थर्ड एसी में 67 बर्थ, सैकंड एसी में 48 बर्थ एवं प्रथम श्रेणी एसी कोच 44 बर्थ की क्षमता है। इस वन्दे भारत स्लीपर रैक का ट्रायल पूरे जनवरी माह तक आरडीएसओ के संयुक्त निर्देशक (परीक्षण) जनयु जिनेश के निर्देशन में किया जाएगा। इस दौरान कोटा मंडल के यातायात निरीक्षक अरविन्द पाठक एवं लोको निरीक्षक आरएन मीना ने आरडीएसओ लखनऊ टीम के साथ को-आर्डिनेट किया।Hindi News / Kota / Vande Bharat Sleeper: राजस्थान में ‘तूफान’ की तरह दौड़ी वंदे भारत स्लीपर, 26 बार गीले और सूखे ट्रैक पर हुआ ट्रायल