चिकित्सा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार एमबीएस हॉस्पिटल में बारां जिले के मांगरोल निवासी महिला को शनिवार दोपहर 2 बजे भर्ती कराया गया था। शाम को उसकी मौत हो गई। मौत से पहले महिला का स्वाइन फ्लू टेस्ट के लिए नमूना लिया था। वहीं न्यू हॉस्पिटल में 7 सितम्बर से भर्ती बारां की एक अन्य स्वाइन फ्लू संदिग्ध महिला की भी शनिवार को दोपहर 2 बजे मौत हो गई।
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दो दिन में नहीं आई रिपोर्ट, दम टूटा शनिवार दोपहर दम तोडऩे वाली बारां की स्वाइन फ्लू संदिग्ध महिला को परिजनों ने गुरुवार को नए हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। उसी दिन शाम को इसका स्वाब जांच के लिए ले भी लिया गया था लेकिन शनिवार तक इसकी रिपोर्ट ही नहीं आ पाई। रिपोर्ट के अभाव में उसका प्रॉपर स्वाइन फ्लू का उपचार ही नहीं हो पाया। दो दिन जूझने के बाद शनिवार को एसकी सांसें थम गई। गौरतलब है कि लैब टेक्नीशियन की हड़ताल के चलते जांच कार्य गंभीर रूप से प्रभावित है। वैकल्पिक व्यवस्थाएं धरी रह गई।
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दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं मरीज कोटा में स्वाइन विकराल रूप धारण करने लगा है। सबसे ज्यादा गंभीर हालात ग्रामीण इलाकों के हैं। जहां हर तीसरे मरीज की मौत हो जा रही है। कोटा के ग्रामीण इलाकों में अभी तक 20 लोग स्वाइन फ्लू पॉजीटिव पाए गए। जिसमें से 7 की मौत हो गई। वहीं कोटा शहर में अब तक 141 स्वाइन फ्लू पॉजीटिव सामने आए हैं। जिनमें से 9 लोगों की मौत हो चुकी है। चिकित्सा विभाग के अनुसार स्वाइन फ्लू के 8 व डेंगू एलाइजा के 14 नए केस सामने आए हैं। स्वाइन फ्लू के कोटा के 7 और रावतभाटा में 1 मरीज को स्वाइन फ्लू पॉजीटिव आया है। डेंगू के कोटा के 10, बारां और बूंदी में 1-1 पॉजीटिव सामने आया है।