नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के सीजीएम एमके जैन ने बताया कि यह ब्रिज दूसरे ब्रिजों से बिलकुल अलग है। केबल स्टे ब्रिज में नीचे की तरफ बियरिंग लगे हुए हैं। एेसे में हवा का प्रेशर ज्यादा और लोड बढऩे पर ब्रिज का मूवमेंट होगा। इसको दर्ज करने के लिए ऑटोमेटिक सेंसर लगे हैं। बियरिंग मूवमेंट बढऩे और यह सहन क्षमता से अधिक होने (टोलरेंस लिमिट क्रॉस करने ) पर ब्रिज का यातायात रोकना पड़ेगा। हालांकि एेसा कभी-कभी और कुछ समय के लिए ही होगा।
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पब्लिक एनाउंस सिस्टम गैमन इंडिया लिमिटेड ने सुरक्षा की दृष्टि से एक व्हीकल पर पब्लिक एनाउंस सिस्टम तैयार कराया है। यह ब्रिज व बाइपास के कुछ हिस्से पर लोगों को वाहन पार्क करने और ब्रिज पर यातायात में बाधा पहुंचाने वाले वाहनों को रोकने का काम कर रहा है। ब्रिज के दोनों ओर लगे अवरोध भी हटा दिए हैं। अब स्पेशल दिन ही सतरंगी लाइट्स
उद्घाटन समारोह के लिए एनएचएआई ने ब्रिज पर सतरंगी लाइट्स लगवाई थी। इन्हें अब हटवा दिया गया है। अब खास मौकों और त्योहारों पर ही इस तरह की लाइट्स लगवाई जाएंगी।
उद्घाटन समारोह के लिए एनएचएआई ने ब्रिज पर सतरंगी लाइट्स लगवाई थी। इन्हें अब हटवा दिया गया है। अब खास मौकों और त्योहारों पर ही इस तरह की लाइट्स लगवाई जाएंगी।
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29 अगस्त को हुआ हैंगिंग ब्रिज का उद्घाटनप्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी ने उदयपुर से बटन दबाकर कोटा के हैंगिंग ब्रिज का लोकार्पण किया। राजस्थान को नई पहचान देने वाले इस ब्रिज का लोकार्पण होते ही कोटा में चम्बल ब्रिज पर मौजूद कोटा के हजारों लोगों में हर्ष की लहर दौड़ गई। लोकार्पण का सीधा प्रसारण करने के लिए हैंगिंग ब्रिज के पास बड़ी-बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई थी। उद्घाटन कार्यक्रम से पहले अखंड़ रामायण पाठ भी हुआ।