पुलिस पूछताछ में आरोपी हेमराज माली ने बताया कि वह और सीताराम देवीय ढोंग का काम करते थे। आरोपी ने बताया कि मेरे शरीर पर तांत्रिक कीले चुभती रहती थी, मैंने सोचा सीताराम मेरे ऊपर तांत्रिक विद्या से किले वगैर चुभाता है। मैंने सीताराम को 10-15 दिन पहले भी समझाया था, लेकिन वह नहीं माना। इससे मेरा शरीर कमजोर पडऩे लगा। परेशान होकर घर के पास ही माताजी मंदिर से त्रिशूल लेकर आया और सोते हुए हेमराज की त्रिशूल के वार से हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर त्रिशूल बरामद कर मामले में अनुसंधान किया जा रहा है।