10-12 घंटे पढ़ाई का मिला मीठा फल
जेईई मेन 2024 टॉपर नीलकृष्ण ने 11वीं कक्षा में कोचिंग में एडमिशन लिया था। गांव में कक्षा 4 तक पढ़ने के बाद कक्षा 5वीं से 10वीं तक की पढ़ाई जेसीआई स्कूल कारंजलाड में की। इसके बाद 11वीं कक्षा के दौरान कोटा में जेईई मेन की कोचिंग में एडमिशन लिया। नीलकृष्ण का कहना है कि उन्होंने 10-12 घंटे खूब मन से पढ़ाई की। अब उनका पूरा फोकस जेईई एडवांस्ड पर है। उनका आईआईटी मुंबई की सीएस ब्रांच से बीटेक करने का सपना है।
नई चीजें जानने की इच्छा रखना जरूरी
नीलकृष्ण का कहना है कि ज्यादा से ज्यादा नई चीजें जानने की इच्छा रखनी चाहिए। उन्होंने एग्जाम की तैयारी को लेकर बताया कि वह फिजिक्स क्लास नोट्स को रेफरेंस की तरह लेते हुए पढ़ते थे। साथ ही इन-आर्गेनिक कैमेस्ट्री के नोट्स रिव्यू करके और आर्गेनिक कैमेस्ट्री नोट्स पढ़ते थे। साथ ही प्रॉब्लम सॉल्व भी करते थे। नीलकृष्ण बताते हैं कि मैथ्स में प्रैक्टिस ज्यादा से ज्यादा होनी चाहिए। अगर सवाल समझ नहीं आता तो दोबारा पूछने में शर्म नहीं रखना चाहिए। हमेशा ज्यादा से ज्यादा सीखने की कोशिश करते रहनी चाहिए।