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एबीवीपी ने तीन कॉलेजों में की प्रत्याशियों की घोषणा एनएसयूआई का पता नहीं
प्रत्याशियों का पड़ा टोटा कोटा विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव में पहली बार दो पद बढ़े। वहीं दूसरी ओर सरकार ने प्रथम वर्ष के छात्रों को चारों प्रमुख पदों पर चुनाव लड़ने से रोक दिया। जिसके चलते प्रत्याशियों का टोटा पड़ गया। एबीवीपी ने तो जैसे-तैसे अपने नाराज धड़े को मनाकर सभी पदों पर प्रत्याशी उतारने की तैयारी पूरी कर ली, लेकिन एनएसयूआई आखिरी समय तक चारों पदों पर प्रत्याशी तय नहीं कर सकी है। यह भी पढ़ें
एनएसयूआई में पड़ी फूट, जेडीबी प्रत्याशी ने लौटाया टिकट
निर्विरोध हो सकता है निर्वाचन कोटा विश्वविद्यालय में बुधवार को नामांकन दाखिल किया जाएगा। हालांकि कैम्पस के पुराने खिलाड़ियों का मानना है कि इस बार कम से कम तीन पदों पर निर्विरोध निर्वाचन होगा। कोटा विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण गालव बताते हैं कि अक्सरकर एबीवीपी में पुराने कार्यकर्ताओं को टिकट ना मिलने से फूट पड़ती थी और दो धड़े एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ते थे, लेकिन इस बार दो की बजाय चार पद होने से यह नौबत नहीं आई। वहीं परिषद ने पुराने छात्र नेताओं को पहले ही एक करने की कोशिश शुरू कर दी थी, जिससे सभी की नाराजगी भी खत्म हो गई। वहीं एनएसयूआई के कमजोर होने का फायदा भी मिलेगा। यह भी पढ़ें