विज्ञान नगर निवासी पवन यादव के आवास पर कुछ दिनों पहले स्मार्ट मीटर लगाया। यादव की शिकायत पर नॉर्मल मीटर भी लगाया। एक दिन बाद ही स्मार्ट मीटर की रीडिंग 19 यूनिट बढ़ गई, जबकि नॉर्मल मीटर में केवल 9 यूनिट उपभोग आया है।
यह भी पढ़ें
भारतवंशी ने अमरीकी मेडिकल शिक्षा को दान किए 1320 करोड़
सीईएससी ने करीब 4000 से ज्यादा मीटर विज्ञान नगर व तलवंडी क्षेत्र में लगाए थे। इसके बाद लोगों ने शिकायत की थी कि उनका मीटर पहले की अपेक्षा तेज चल रहा है। ऐसे में कंपनी ने जांच के लिए नॉर्मल मीटर भी लगाया था। इन मीटरों की जांच में सामने आया है कि स्मार्ट मीटर नॉर्मल से ज्यादा रीडिंग निकाल रहा है। सीईएससी के सीईओ एएन सिंह का कहना है कि वे मीटर के बारे दोनों को चेक करवाएंगे। यह भी पढ़ें
राजस्थान के बड़े स्टेशनों पर होगी गुमशुदा बच्चों की तलाश
महिलाओं ने भी पहुंची विरोध करने सीईएससी के विज्ञान नगर कार्यालय पर मंगलवार दोपहर बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची और स्मार्ट मीटर लगाने का विरोध किया है। बाद में ये महिलाएं कार्यालय के सामने चल रहे धरने पर भी बैठी। स्मार्ट मीटर लगाने के विरोध में विज्ञान नगर में अनशन व धरना दे रहे राकेश मखीजा और अहमद खान ने पुलिस को ज्ञापन सौंपा, इसमें अनशन को भूख हड़ताल में बदलने की चेतावनी दी है। हाड़ौती विकास मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने स्मार्ट मीटर की रीडिंग में फर्क आने पर विरोध भी जताया।
Read More: कोटा में हुई स्टाम्प पेपर की भारी किल्लत, 50 की जगह खर्च करने पड़ रहे 500 रुपए
राजस्थान सीईएससी बिजनेस हैड एस पॉल मजूमदार का कहना है कि नॉमर्ल से स्मार्ट से ज्यादा रीडिंग की शिकायत पर हम दोनों मीटरों की लैब में जांच करवाएंगे। इस जांच के बाद ही कुछ कह पाएंगे। आशंका है कि नॉर्मल व स्मार्ट मीटर लगाने के बाद इनमें गड़बड़ी की गई है।
राजस्थान सीईएससी बिजनेस हैड एस पॉल मजूमदार का कहना है कि नॉमर्ल से स्मार्ट से ज्यादा रीडिंग की शिकायत पर हम दोनों मीटरों की लैब में जांच करवाएंगे। इस जांच के बाद ही कुछ कह पाएंगे। आशंका है कि नॉर्मल व स्मार्ट मीटर लगाने के बाद इनमें गड़बड़ी की गई है।