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न्यास के सूत्रों का कहना है कि रिपोर्ट में आवासीय और कमर्शियल गतिविधियों के लिए अलग-अलग जोन बनाने का प्रस्ताव भेजा गया था। हालांकि राज्य सरकार से आईएल की जमीन मिलने के बाद अब नए सिरे से मॉर्डन टाउनशिप की प्लानिंग तैयार की जाएगी। सूत्रों का कहना है कि टाउनशिप केवल मौजूदा कॉलोनी की जमीन पर ही विकसित करने का प्रावधान रखा जाएगा। इसमें भी मैन रोड के भूखण्ड कमर्शियल गतिविधियों के लिए आरक्षित रखे जा सकते हैं। इसमें शॉपिंग मॉल, सिनेप्लेक्स आदि बनाने का प्रावधान रखने पर चर्चा चल रही है। न्यास अध्यक्ष रामकुमार मेहता का कहना है कि जमीन मिलते ही मॉर्डन टाउनशिप विकसित करने की दिशा में काम शुरू कर दिया जाएगा। आईएल फैक्ट्री परिसर में 53.5 एकड भूमि प्लांट में एवं टाउनशिप में 128.5 एकड कुल 182.00 एकड भूमि है।
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ट्रिपल आईटी चले
कोटा दक्षिण के विधायक संदीप शर्मा का कहना है कि मुख्यमंत्री को आईएल की फैक्ट्री की जमीन पर ट्रिपल आईटी संचालित करने का सुझाव दिया था। इस बारे में उन्होंने अधिकारियों से बात भी की है। शर्मा ने आईएल के पूर्व कर्मचारियों को मॉर्डन टाउनशिप में रियायती दर भी मकान उपलब्ध कराने का भी सुझाव दिया है। लेकिन अधिकारियों का कहना है कि कर्मचारियों का ‘ फुल एण्ड फाइनल हिसाब कर दिया गया है।
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कहां बनेगा मिनी सचिवालय तय नहीं
राज्य सरकार ने कोटा में मिनी सचिवालय बनाने के लिए कमेटी के गठन की घोषणा कर दी है, लेकिन यह कहां बनेगा, इसको लेकर संशय है। प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि मिनी सचिवालय के लिए वित्तीय प्रावधान नहीं रखा गया है। इसलिए मौजूदा सरकार के कार्यकाल में इसका काम शुरू नहीं हो सकता। केवल जमीन तय हो सकती है। प्रशासनिक अधिकारियों की मानें तो मिनी सचिवालय के लिए सीएडी ग्राउण्ड, जेल तथा टैगोर नगर आवासीय योजना को उपयुक्त मान रहे हैं।