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प्राइवेट कॉलजों में बैक डोर दाखिले करवाने में जुटी सरकार
कई क्षेत्रों की सड़कों की बत्ती गुल छावनी-रामचन्द्रपुरा से गुमानपुरा तक 40 रोड लाइटें पिछले एक सप्ताह से खराब पड़ी हैं। इन्हें सही करने के लिए पार्षद से लेकर स्थानीय लोगों ने निगम में कई बार शिकायत की, लेकिन अब तक रोडलाइटें ठीक नहीं हुई। थेगड़ा से रायपुरा चौराहे के बीच 22 एलईडी लाइटें खराब पड़ी हैं। शिवाजी नगर में आधा दर्जन रोडलाइटें बंद पड़ी हैं। डीसीएम चौराहे से एरोड्राम तक दो दर्जन रोडलाइटें चालू नहीं हैं। तलवंडी, विज्ञान नगर, महावीर नगर, बारां रोड पर कमोबेश यही स्थिति है। रोडलाइटें खराब होने से रात में लोगों को परेशानी आती है। एलईडी लगाने वाली कम्पनी के प्रतिनिधियों का कहना है कि बारिश के कारण लाइटें खराब हो जाती हैं, इन्हें दुरुस्त करने में समय लग रहा है। यह भी पढ़ें
कोटा में काल बने ट्रैक्टर-ट्राॅली एक्सीडेंट में दो की मौत 6 घायल २० फीसदी से ज्यादा लाइटेे खराब वार्ड 52 के पार्षद महेश गौतम लल्ली ने बताया कि उनके वार्ड में एक सप्ताह पहले 80 फीसदी रोडलाइटें खराब थी। प्रयास कर लाइटों को चालू करवाया, लेकिन 20 प्रतिशत से अधिक रोडलाइटें अब भी खराब हैं। महावीर नगर सेक्टर ए और सी में ज्यादातर रोडलाइटें खराब हैं। वार्ड 54 के पार्षद विवेक राजवंशी ने कहा कि शिकायत के बाद भी लाइटें दुरुस्त नहीं होती, जबकि स्मार्ट सोल्यूशन की बात कही जा रही है। वार्ड 33 के पार्षद राममोहन मित्रा का कहना है कि बोरखेड़ा क्षेत्र की कॉलोनियों में 60 फीसदी लाइटें खराब हैं। सुनवाई नहीं हो रही है। रोडलाइटों को लेकर उप महापौर सुनीता व्यास ने भी कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि शहर में गणेशोत्सव जैसे आयोजन चल रहे हैं, एेसी स्थिति में सभी रोडलाइटें दुरुस्त होनी चाहिए। यह भी पढ़ें
हैंगिंग ब्रिज का लोकार्पण से लोट रही बस ने बच्चे को कुचला, भीड़ ने लगाई आग जिम्मेदार बोले ‘पाबंद किया है’ विद्युत समिति अध्यक्ष नरेन्द्र हाड़ा ने कहा कि अनंत चतुर्दशी जुलूस से पहले शहर के सभी प्रमुख मार्गों की रोडलाइटों को दुरुस्त करने के लिए पाबंद किया गया है। विद्युत अनुभाग से प्रतिदिन रोडलाइटों की रिपोर्ट ली जाएगी।