स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए केन्द्र की टीम के रावतभाटा की ग्रेडिंग के लिए होने वाले दौरे के समय के निकट आते ही नगरपालिका प्रशासन शहर की साफ-सफाई में जुट गए हैं। शहर में बुधवार को पार्कों, सड़कों से लेकर शौचालयों की सफाई के लिए सुबह से ही जगह-जगह सफाईकर्मी जुटे नजर आए। इसके अलावा कचरा प्वांइटों पर भी विशेष सफाई की गई।
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शहर में कचरा प्वांइटों पर बुधवार को कचरा उठाने के अलावा झाडू भी लगाया गया। इसके अलावा अन्य दिनों में कचरा पात्रों में कचरा जला देना व कचरा पात्र के आसपास बड़ी मात्रा में कचरा पड़ा होना आम है। ऐसे में कचरापात्रों के निकट से कचरा एकत्र होने से कचरापात्रों के आसपास भी सफाई नजर आई।
पार्कों से भरे कचरे के ट्रैक्टर –
रावतभाटा शहर के वार्ड संख्या 24 समेत अन्य वार्डों में नगरपालिका की ओर से विशेष सफाई करवाई गई तथा पार्कों से बड़ी मात्रा में कचरा उठाया गया। ऐसे में एक-एक पार्क से कचरे के ट्रैक्टर भर गए। इसके बावजूद बड़ी मात्रा में पार्कों में मलबा व कचरा अब भी मौजूद है।
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रावतभाटा में बुधवार को सार्वजनिक शौचालयों की भी धुलाई की गई। लेकिन केमिकलों के अभाव में शौचालय की सफाई अधूरी ही नजर आई। शौचालयों में लम्बे समय से एसिड से सफाई नहीं होने व फिनाइल नहीं डाले जाने से शौचालयों व मूत्रालयों के आसपास गंदगी का आलम बना रहता है।
सम्पूर्ण स्वच्छता की कछुआ चाल –
रावतभाटा शहर सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान के मामले में पिछड़े गांवों से भी पीछे चल रहा है। बदहाली का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है, कि भैंसरोडगढ़ पंचायत समिति के सभी 25 ग्राम पंचायतें ओडीएफ हो चुकी है। लेकिन नगरपालिका अब भी सम्पूर्ण स्वच्छ नहीं हो पा रही। नगरपालिका के कई वार्डांे में शौचालय नहीं बन पाने के कारण अब नगरपालिका सार्वजनिक शौचालय बनाने की प्रकिया में उलझ गई है। ऐसे में शहर को सम्पूर्ण स्वच्छ बनाना अभी दूर की कौड़ी है।
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रावतभाटा में सफाई के लिए नगरपालिका की ओर से शहर को चार जोन में बांटकर सफाई की जाती है। प्रत्येक जोन में घर-घर से कचरा संग्रहित करने के लिए नगरपालिका के पास एक गाड़ी है। इसके अलावा पार्कों, कचरा निस्तारण व अन्य सफाई कार्यों के लिए नगरपालिका के पास दो ट्रैक्टर-ट्रालियां है। इससे शहर के तकरीबन आधे वार्डों की सफाई की जाती है। शहर के आधे वार्ड आरएपीपी, भारी पानी कॉलोनी क्षेत्र में है। ऐसे में उनकी सफाई व्यवस्था आरएपीपी व भारी पानी संयंत्र की ओर से करवाई जाती है। नहीं पहुंचता कचरा संग्रहण वाहन
रावतभाटा में कचरा संग्रहण गाडिय़ां दिन में दो बार पहुंचना तो दूर एक बार पहुंच जाए वो ही गनीमत है। शहर के कई वार्डों में तो कचरा संग्रहण गाडिय़ां कई-कई दिन नहीं पहुंचती। जहां कचरा संग्रहण गाडिय़ां पहुंचती है वहां भी पूरे वार्ड की गलियां कवर नहीं हो पाती। इसके अलावा लोग कचरा फैंक सकें। उससे पहले की कचरा संग्रहण गाड़ी निकल चुकी होती है। ऐसे हालातों के चलते अब भी लोग परम्परागत रूप से खाली भूखंडों व रोडिय़ों पर ही कचरा फैंकने को मजबूर है।
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रावतभाटा नगरपालिका के कार्यवाहक अधिशासी अधिकारी कैलाश चंद देवल ने बताया कि शहर को चार जोन में बांटकर सफाई की जा रही है। इसके लिए चार वाहन व दो ट्रैक्टर-ट्राली उपलब्ध है। इसमें अच्छी से अच्छी सफाई की व्यवस्था की जा रही है।
नया बाजार के दुकानदार राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि शहर की पॉश कॉलोनी है, लेकिन इसके बावजूद यहां सफाई की व्यवस्था मुफीद नहीं है। यहां पानी की टंकी के नीचे व पार्क में कचरा भरा है। पार्क का अभी तक विकास नहीं हो सका है।