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कोटा जिले को खुले में शौचमुक्त (ओडीएफ) घोषित कराने के लिए जिला प्रशासन तुगलकी फरमान जारी करने से भी पीछे नहीं हट रहा। ऐसे ही एक फरमान ने खातौली कस्बे के सैकड़ों परिवारों को मुसीबत में डाल दिया है। घर में शौचालय ना होने से इन लोगों के निवाले पर संकट खड़ा हो गया है। दरअसल हुआ यूं कि पिछले दिनों उपखण्ड स्तर पर राशन डीलरों की हुई बैठक हुई। जिसमें प्रशासनिक अधिकारियों ने राशन डीलरों को सख्त हिदायत दी कि जिन लोगों के घरों में शौचालय नहीं हो उन्हें राशन ना दिया जाए। राशन डीलरों ने जब इस आदेश की पालना शुरू की तो कस्बे के कई परिवार राशन लेने से वंचित हो गए।
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खाने के लिए पैसे नहीं शौचालय कैसे बनवाएं खातौली की यादव कॉलोनी निवासी जुगराज गोचर ने बताया कि परिवार गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहा है ऐसे में शौचालय बनवाने के लिए राशि जुटाना संभव नहीं है। प्रशासन के आदेश के चलते राशन ही मिलने से दो वक्त की रोटी पर भी संकट आ जाएगा। इन्दिरा कॉलोनी निवासी रामावतार बैरवा ने बताया कि शौचालय बनवाना तो चाहते हैं लेकिन इस समय पैसा नहीं है न ही कोई उधार दे रहा। ऐसे में प्रशासन का आदेश संकट बना हुआ है। यह भी पढ़ें
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अब तलाश रहे समाधान शौचालय के कारण निवाले पर आए संकट को दूर करने के लिए अब अफसर नई तरकीबें तलाशने में जुट गए हैं। पंचायत समिति इटावा के विकास अधिकारी मजहर इमाम ने कहा कि जिन गरीब व्यक्तियों के घरों में शौचालय नहीं है और वह बनवाने में भी असमर्थ हैं, उनकी सूची बना कर ठेकेदार की ओर से शौचालय का निर्माण करवाने का प्रयास किया जाएगा। इस मामले में स्थानीय सरपंच से बात कर जल्द ही कार्य शुरू करवा दिया जाएगा ताकि वास्तविक गरीब परिवारों को शौचालय व राशन सहित अन्य सुविधाओं का लाभ इस माह से ही मिल सके।