घटना की सूचना मिलने पर स्नैक कैचर गोविंद शर्मा मौके पर पहुंचे। उन्होंने कार के इंजन, डिग्गी और स्टेरिंग के पास भी सांप को ढूंढने की कोशिश की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। अंततः कार को मिस्त्री की दुकान पर ले जाना पड़ा। मिस्त्री ने कार में पानी का प्रेशर डाला, फिर भी सांप दिखाई नहीं दिया। इस दौरान कार मालिक को बहुत डर लग रहा था, इसलिए उसने गाड़ी खुद नहीं चलाई। स्नैक कैचर ने गाड़ी को खुद ड्राइव करते हुए मिस्त्री के पास पहुंचाया।
थोड़ी देर बाद, जब अर्जुन ने फिर से सांप को देखे जाने की सूचना दी। तो गोविंद शर्मा वापस मौके पर लौटे। उन्होंने स्टेरिंग का बॉक्स खोला और अंत में 3 फीट लंबा कोबरा सांप रेस्क्यू किया। तीन घंटे की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार कार मालिक ने राहत की सांस ली। इस पूरी घटना में सांप का रेस्क्यू करने के लिए स्नैक कैचर को कई बार वापस लौटना पड़ा। यह घटना एक चेतावनी भी है कि हम अपनी कारों को हमेशा ध्यान से पार्क करें और ऐसी किसी भी अनहोनी से बचने के लिए सावधानी बरतें।