कोटा

बारिश का कहर : हाड़ौती अंचल में कई गांव जलमग्न

हजारों बीघा खेतों में फसलें पानी में डूब गई है। कई कच्चे मकान ढह गए। कई जगह रास्ते अवरुद्ध होने से गांवों का जिला मुख्यालयों से सम्पर्क कट गया। कई गांवों की बिजली आपूर्ति ठप है। बूंदी जिले के कापरेन में पक्का मकान ढहने से दबकर एक बालिका की मौत हो गई। स्टेट हाइवे कोटा-श्योपुर मार्ग बंद है।

कोटाAug 03, 2021 / 09:25 am

Jaggo Singh Dhaker

कोटा. मानसून की बारिश के कहर से अब हाड़ौती अंचल में बाढ़ के हालात बन गए हैं। पिछले चार-पांच दिनों से हो रही लगातार बारिश से कई गांव टापू बन गए हैं। चम्बल व उसकी सहायक नदियां भी उफान पर हैं। इससे मंगलवार सुबह तक कोटा बैराज के गेट दो गेट दो-दो फीट खोलकर पांच हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जारी थी।
इसके अलावा कोटा, बारां, झालावाड़ व बूंदी में लगातार हो रही बारिश से कई नदियां, तालाब व बांध लबालब हो चुके हैं। बारिश से शहरी व ग्रामीण इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हजारों बीघा खेतों में फसलें पानी में डूब गई हंै। कई कच्चे मकान ढह गए। कई जगह रास्ते अवरुद्ध होने से गांवों का जिला मुख्यालयों से सम्पर्क कट गया। कई गांवों की बिजली आपूर्ति ठप है। बूंदी जिले के कापरेन में पक्का मकान ढहने से दबकर एक बालिका की मौत हो गई।
कोटा जिले के खातौली के अठाहवां क्षेत्र में देहलोत, नयागांव, गोठड़ा, ठीकरदा समेत अन्य गांव पानी से घिर गए हैं। इन गांवों की विद्युत आपूर्ति ठप है। इटावा क्षेत्र के धनवां गांव टापू बनने से नाव की मदद से प्रसूता को बाहर निकाला गया। इटावा व पीपल्दा क्षेत्र में दर्जनों कच्चे मकान ढह गए। सुल्तानपुर क्षेत्र में हाट बाजार में आठ फीट पानी हो गया। मारवाड़ चौकी का रेलवे नाला उफान पर आने से स्टेट हाइवे कोटा-श्योपुर मार्ग बंद है। मंडावरा-रोटेदा पुलिया पर पानी से मंडावरा-बूंदी मार्ग बंद हो गया। शहर में निचली बस्तियों में पानी भर गया।
मोतीपुरा बांध पर 9 इंच की चादर
बारां जिले में पार्वती नदी उफान पर होने से नारेड़ा ग्राम पंचायत के तीन गांव हनोतिया, गुगलहेड़ी, सींघी का टापरा टापू बने हुए हैं। बूंदी जिले के नैनवां क्षेत्र में कासपुरिया के पास नाला अवरुद्ध होने से गांव में पानी भर गया। इससे बाढ़ जिसे हालात पैदा हो गए। मोतीपुरा बांध पर 9 इंच की चादर चलना शुरू हो गई। इसकी भराव क्षमता 17 फ ीट है। गेण्डोली-झालीजी का बराना सडक़मार्ग के मध्य बाबड़दा के खाळ की पुलिया दूसरे दिन भी पानी बहने से आवागमन बाधित रहा। पच्चीपला मेज नदी की पुलिया भी दो दिन से जलमग्न है।
बहते शिक्षक को बचाया
झालावाड़ जिले के भवानीमंडी क्षेत्र में मांडवी नदी की पुलिया पार करते वक्त एक शिक्षक के बहने से ग्रामीणों ने रस्सी के सहारे उसे निकाला। गागरीन बांध से पानी छोडऩे के चलते पिड़ावा से खेजडिय़ा और डेडेंरा गांव का रास्ता बंद रहा। आहू नदी उफ ान पर होने से आवर-पगारिया मार्ग बंद रहा।
हाड़ौती में कहां-कितनी बारिश
बारां जिला
शाहबाद : 264

छीपाबड़ौद : 102
छबड़ा : 82

कोटा जिला
खातौली : 142
पीपल्दा : 65
कोटा शहर : 55

झालावाड़ जिला
बकानी : 88

असनावर : 80
रायपुर : 79
पचपहाड़ : 75
डग : 68

बूंदी जिला

इन्द्रगढ़ : 96
केशवरायपाटन : 70

नैनवां : 72
हिण्डोली : 50

बूंदी शहर : 35
तालेड़ा : 38

(बारिश एमएम में)

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