बारां जिले में पार्वती नदी उफान पर होने से नारेड़ा ग्राम पंचायत के तीन गांव हनोतिया, गुगलहेड़ी, सींघी का टापरा टापू बने हुए हैं। बूंदी जिले के नैनवां क्षेत्र में कासपुरिया के पास नाला अवरुद्ध होने से गांव में पानी भर गया। इससे बाढ़ जिसे हालात पैदा हो गए। मोतीपुरा बांध पर 9 इंच की चादर चलना शुरू हो गई। इसकी भराव क्षमता 17 फ ीट है। गेण्डोली-झालीजी का बराना सडक़मार्ग के मध्य बाबड़दा के खाळ की पुलिया दूसरे दिन भी पानी बहने से आवागमन बाधित रहा। पच्चीपला मेज नदी की पुलिया भी दो दिन से जलमग्न है।
झालावाड़ जिले के भवानीमंडी क्षेत्र में मांडवी नदी की पुलिया पार करते वक्त एक शिक्षक के बहने से ग्रामीणों ने रस्सी के सहारे उसे निकाला। गागरीन बांध से पानी छोडऩे के चलते पिड़ावा से खेजडिय़ा और डेडेंरा गांव का रास्ता बंद रहा। आहू नदी उफ ान पर होने से आवर-पगारिया मार्ग बंद रहा।
बारां जिला
शाहबाद : 264 छीपाबड़ौद : 102
छबड़ा : 82 कोटा जिला
खातौली : 142
पीपल्दा : 65
कोटा शहर : 55 झालावाड़ जिला
बकानी : 88 असनावर : 80
रायपुर : 79
डग : 68 बूंदी जिला इन्द्रगढ़ : 96
केशवरायपाटन : 70 नैनवां : 72
हिण्डोली : 50 बूंदी शहर : 35
तालेड़ा : 38 (बारिश एमएम में)