कोटा

भारतमाला परियोजना को टक्कर देने में जुटा रेलवे

कोटा से दिल्ली के बीच एक्सप्रेस वे का कार्य पूरा होने के साथ-साथ रेलवे दिल्ली से मुंबई के बीच ट्रेनों की रफ्तार 160 किमी प्रतिघंटे करने योजना पूरा करने पर जोर दे रहा है। इसके लिए कई रेलखंडों में तेजी से कार्य चल रहा है।

कोटाAug 29, 2021 / 01:06 pm

Jaggo Singh Dhaker

Scindia wrote a letter to the Railway Minister for Train Track

कोटा. दिल्ली से मुंबई के बीच भारतमाला परियोजना के तहत निर्माणाधीन 8 लेन एक्सप्रेस वे के माध्यम से भविष्य में माल परिवहन की बेहतर सुविधा मिलेगी। माल परिवहन में रेलवे की हिस्सेदारी नहीं घटे इसके लिए रेलवे ने प्रयास तेज कर दिए हैं। रेलवे की बिजनेस डवलपमेंट यूनिट राज्य के कई जिलों का सर्वे करके माल परिवहन की नई संभावनाएं तलाश रही है। वहीं कोटा से दिल्ली के बीच एक्सप्रेस वे का कार्य पूरा होने के साथ-साथ रेलवे दिल्ली से मुंबई के बीच ट्रेनों की रफ्तार 160 किमी प्रतिघंटे करने योजना पूरा करने पर जोर दे रहा है। इसके लिए कई रेलखंडों में तेजी से कार्य चल रहा है। रेलवे की मिशन रफ्तार परियोजना के तहत वाया कोटा होकर नागदा से मथुरा के बीच रेलवे लाइन के दोनों ओर करीब 1086 किमी दीवार का निर्माण करेगा, ताकि मवेशी या जंगली जानवर ट्रेक पर नहीं जा सके हैं। अभी आए दिन पशुओं के ट्रेन से टकराने के कारण औसत रफ्तार प्रभावित हो रही है। कोटा मंडल में रोज औसत 10 मवेशी ट्रेन से टकराते हैं।
मालगाडिय़ों की रफ्तार सबसे तेज
मालगाडिय़ों की औसत रफ्तार पिछले छह माह से सबसे ज्यादा कोटा मंडल में है। भारतीय रेलवे में मालगाडिय़ों की औसत रफ्तार 47.1 किमी प्रतिघंटे हैं और पश्चिम मध्य रेलवे में औसत रफ्तार 60.4 किमी प्रतिघंटे है। वहीं कोटा में मंडल में औसत रफ्तार 63 किमी प्रतिघंटे है।
ढाई हजार करोड़ से ज्यादा खर्च होंगे
ट्रेनों की रफ्तार 160 किमी करने के लिए 2664.14 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसमें रेलपथ से जुड़े कार्य पर 1311.19 करोड़, विद्युत से जुड़े कार्य पर 874.21 करोड़, सिग्नल और टेलीकॉम से जुड़े कार्यों पर 428.26 करोड़ रुपए खर्च होंगे। वहीं यांत्रिक से जुड़े कार्यों पर 50.48 करोड़ खर्च होंगे।
रेलवे स्वस्थ्य स्पद्र्धा के तैयार
कोटा के डीआरएम पंकज शर्मा ने बताया कि भारतमाला परियोजना के तहत बन रहे एक्सप्रेस वे के माध्यम से क्या-क्या माल का परिवहन हो सकता है। इसको ध्यान में रखकर रेलवे भी योजना बनाकर कार्य कर रहा है। रेलवे सडक़ मार्ग से हर तरह से स्वस्थ्य स्पद्र्धा के लिए तैयार है। इसके लिए कई जिलों में सर्वे भी किया है। मांडलगढ़ में कंटेनर डिपो शुरू करने की योजना है। रेल मार्ग को हाई स्पीड के लिए तैयार किया जा रहा है। रेलवे की बिजनेस डवलपमेंट यूनिट माल परिवहन बढ़ाने के प्रयासों में जुटी है।

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