कोटा-बूंदी सांसद ओम बिरला ने सोमवार सुबह तलवंड़ी सर्किल पर भारत छोड़ो आंदोलन की 75 वीं वर्षगांठ पर आयोजित नया भारत बनाने का संकल्प (संकल्प से सिद्धि की ओर) को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 2017 से 2022 तक अंतिम लड़ाई लडऩी है।
अशिक्षा के अंधेरे काे समाप्त करना है। झुग्गी बस्ती और घुमक्कड़ परिवारों के सभी बच्चों को स्कूल से जोडऩा है। बच्चों से लेकर 90 साल तक के वरिष्ठ नागरिकों को भी शिक्षित करना है। इसके लिए ग्रामीण स्तर तक कार्यकर्ता अभियान चलाएंगे।
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कोटा में लहराए तिरंगे…देखिए तस्वीरें नए भारत के निर्माण के संकल्प में देश से गरीबी हटाने का प्रण लेना है। भ्रष्टाचार को समाप्त करना है। इस दीमक ने भारत को खोखला किया है। देश से जातिवाद के नासूर को भी खत्म करना है। इस नासूर ने समाज को समाज से लड़ा दिया है। नौजवानों को एक दूसरे के खिलाफ खड़ा कर दिया है। यह भी पढ़ें
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30 से ज्यादा स्कूल के हजारों बच्चे कार्यक्रम में तलवंड़ी चौराहे से केशवपुरा की ओर सड़क के दोनों ओर बच्चे ही बैठे हुए थे। उनका जोश भी चरम सीमा पर था। इस कार्यक्रम में 30 से ज्यादा स्कूलों के हजारों बच्चों और टीचर्स ने भाग लिया। कार्यक्रम में महापौर महेश विजय, कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा, सांगोद विधायक हीरालाल नागर, नगर विकास न्यास के अध्यक्ष रामकुमार मेहता सहित कई जनप्रतिनिधि उपस्थति रहे। सांसद बिरला के नेतृत्व में जनप्रतिनिधियों ने स्वतंत्रता सेनानी और इस संग्राम में भाग लेने वालों के परिजनों का सम्मान किया। यह भी पढ़ें
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देशभक्ति के दीवानों के मेले सा माहौलतलवंड़ी चौराहे पर देश भक्ति के दीवानों का मेला था। हाथ में तिरंगा लिए बच्चों व युवाओं में देशभक्ति की हिलोरे उमड़ रहे थे। ऐसा लगा मानो आजादी का जश्न मनाया जा रहा हो। चौराहे पर हजारों की संख्या में स्कूली बच्चे वंदेमातरम और भारत माता की जय के नारे लगाते रहे।
उनका जोश वहां मौजूद युवा बढ़ा रहे थे। म्यूजिक सिस्टम और माइक से देशभक्ति के गीतों की धुन जोश कम नहीं होने दे रही थी और दीवानगी की तरंगे लोगों के शरीर में दौड़ा रही थी। बच्चे तो बच्चे, बूढ़ों का उत्साह भी हिलोरे मार रहा था। अधिकांश लोगों के हाथ में तिरंगा था। जिसे वे लहराते हुए भारत माता के जयघोष लगा रहे थे।