राजकीय कला महाविद्यालय में एनएनएस शिविर में बतौर अतिथि शिरकत करने की स्वीकृति देकर छात्रों को 6 घंटे तक इंतजार कराना यूआईटी चेरमैन आरके मेहता को भारी पड़ गया। सुबह 8 के बजाय दोपहर दो बजे जब मेहता शिविर स्थल पहुंचे तो उन्हें जोरदार विरोध का समाना करना पड़ा। छात्रों ने उन पर काले शर्ट, काले ट्रेक सूट तक लहराए, आखिर, हंगामा बढ़ता देख वे उल्टे पांव लौट लौट आए।
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राजकीय कला महाविद्यालय के एनएसएस शिविर में यूआईटी अध्यक्ष रामकुमार मेहता के देरी से पहुंचने पर कॉलेज के छात्रों ने गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए पहले उन्हें काले झंड़े दिखाए और उसके बाद काले टे्रक सूट उतारकर उनके कदमों में बिछा दिए और उन पर से गुजर कर कॉलेज में जाने को कहा। छात्रों ने मेहता के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, काफी देर तक काले कपड़े, टे्रक सूट लहराते रहे। छात्रों की नाराजगी देखकर उन्हें वापस ही जाना पड़ा। उनके साथ कोटा यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार संदीप सिंह चौहान भी थे। यह भी पढ़ें
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उल्टे पैर ही लौटे यूआईटी अध्यक्ष
राजकीय कला महाविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष लेखराज योगी ने कहा कि 4 दिन पहले यूआईटी अध्यक्ष मेहता से कॉलेज के एनएसएस शिविर में आने के लिए स्वीकृति ली थी। शुक्रवार को सुबह 8 बजे जब उन्हें फोन किया तो कोई जवाब नहीं मिला। उसके बाद उन्होंने 10 बजे आने का समय दिया। छात्र कॉलेज के मुख्य द्वार पर उनका इंतजार करते रहे। मेहता दोपहर 1 बजे आए और राजकीय कला महाविद्यालय में आने से पहले सीधे ही विज्ञान महाविद्यालय के एनएसएस शिविर में चले गए। वहां से वह दोपहर 2 बजे कला महाविद्यालय आए। ऐसे में छात्र खफा हो गए, नारे लगाए और उन्हें वापस जाने के लिए कहा।
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काम आएगी बंजर पड़ी जमीन, 96 हैक्टेयर का भेजा प्रस्ताव छात्रों ने आक्रोश में काली शर्टें, काले ट्रेकसूट उतार लिए और मेहता के ऊपर लहराने लगे। मेहता ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन छात्र नहीं माने और सारे काले कपड़े उनके कदमों में बिछा दिए और उस पर से जाने के लिए कहने लगे। हंगामेदार महौल में उन्हें उल्टे पैर लौटना पड़ा। यूआईटी अध्यक्ष आरके मेहता का कहना है कि कार्यक्रम में अतिथि को बुलाकर अपमान कराना ठीक नहीं है। लेट होने पर इस तरह व्यवहार करना गलत है। विज्ञान महाविद्यालय में गए तो वहां समय लग गया और दूसरे कॉलेज के छात्र नाराज हो गए। कोई मांग होती तो उसे पूरा भी करते।