गायनी विभाग में महिलाएं जांच कराने आती है तो उन्हें डॉक्टर्स द्वारा प्रेग्नेंसी की जांच के लिए लेब में भेजा जाता है। महिलाएं वहां जाती है तो ये कहकर लोटा दिया जाता है कि यहां किट खत्म हो गए हैं। ऐसी अवस्था में महिलाओं को मेडिकल की दुकान से ये किट महंगे दामों में खरीदने पड़ रहे हैं। जबकी सरकार की ये जांच निशुल्क की जाती है।
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प्रतिदिन होती है 25 जांचेन्यू मेडिकल कॉलेज लैब में प्रतिदिन 25 के करीब पे्रगनेंसी की जांच के लिए महिलाएं आती हैं। कई बार संख्या इससे भी अधिक हो जाती है। पहले ये किट माइक्रोबायोलॉजी में आते थे, लेकिन मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना के बाद पैथोालॉजी में इसकी जांच होने लगी है।
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लैब में टेक्नीशियन की कमी
न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दो तीन लैब टेक्नीशियन लगा रखे हैं जो बेहद कम हैं। लैब कर्मचारियों का कहना है कि इस समय मौसमी बीमारियां का प्रकोप चल रहा है ऐसे में लैब में टेक्नीशियन की कमी होने से अधिक भार हो रहा है। लोगों को समय पर जांच नहीं मिल रही वहीं सेंपल लेने में भी परेशानी हो रही है। यहां प्रतिदिन करीब 500 लोग जांच कराने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जीरियाट्रिक वार्ड में भी तीन लैब टेक्नीशियन लगा रखे हैं जबकी वहां इनकी जरूरत ही नहीं है। वहां एक ही टेक्नीशियन से काम चलाया जा सकता है। वहां एक लैब असिस्टेंट भी लगा रखा है। ऐसे में उन्होंने मांग की है कि वहां से लैब टेक्नीशियन को लैब में लगाया जाए।
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