समिति अध्यक्ष एडवोकेट रविन्द्र विजय की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में प्रेमनगर निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग मथुरालाल ने बताया कि उनका मकान राजूलाल व फूलचंद ने 15 लाख रुपए में खरीदा था। इसकी एवज में उन्हें 3 लाख रुपए एडवांस देने थे, लेकिन दोनों ने रुपए तो दिए नहीं, बल्कि मकान पर कब्जा कर लिया। उद्योग नगर थाने में इसकी शिकायत देने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस पर समिति ने एसपी और संबंधित थानाधिकारी को दोनों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने को कहा। इसी तरह मंडाना निवासी बद्रीलाल पांचाल ने बताया कि पुलिस लाइन में तैनात सिपाही सुरेशचंद व नेमीचंद उनकी 15 बीघा जमीन को जबरन हांक रहे हैं, कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं। दोनों पुलिसकर्मी उन्हें परेशान करते हैं। मंडाना थाने में शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। इस पर समिति ने ग्रामीण एसपी व मंडाना एसएचओ को निर्देश दिए कि दोनों को पाबंद किया जाए कि वे ऐसा नहीं करें। समिति में सदस्य सचिव एएसपी मुख्यालय उमेश ओझा, सदस्य योगेन्द्र खींची, डॉ. प्राची दीक्षित व बालमुकुन्द वर्मा मौजूद रहे।
रोने लगा रिटायर्ड फौजी व बेटा महावीर नगर निवासी रिटायर्ड फौजी गंगाप्रसाद शर्मा व उनका छोटा बेटा समिति के समक्ष आए और जोर-जोर से रोने लगे। उन्होंने बताया कि उनका बड़ा बेटा व बहू अलग रहते हैं, लेकिन बहू जबरन उनके मकान को हथियाने के लिए वहां रहने लगी। मकान खाली नहीं करने पर उन्हें झूठे केस में फंसाने की धमकी देती है। इसमें थाने के कुछ पुलिसकर्मी भी सहयोग कर रहे हैं। इस पर समिति ने महावीर नगर सीआई को कहा कि पुलिसकर्मी महिला का सहयोग नहीं कर उसे पाबंद करें।
मकान में रखा सामान दिलाने को कहा विज्ञान नगर निवासी पदम वैष्णव ने समिति को बताया कि उसने नयागांव में मकान बनाया है, लेकिन किराए के मकान में उसका कुछ सामान रखा है। मकान मालिक ने उसके ताले पर अपना ताला लगा दिया। इससे वह सामान नहीं ले पा रहा। थाने में शिकायत देने के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही। इस पर समिति ने विज्ञान नगर पुलिस से कहा कि मकान मालिक से ताला खुलवाकर उसका सामान दिलवाएं।
कांस्टेबल पीड़ित पत्नी पुलिस लाइन में तैनात सिपाही की पत्नी सुगना मीणा ने बताया कि उनका पति शराब के नशे में उनसे मारपीट करता है। उन्हें व बच्चों को घर खर्च तक नहीं देता। इस पर समिति सदस्य सचिव ने सिपाही को बुलाकर समझाइश करने को कहा। महावीर नगर निवासी हरीश कछावा ने बताया कि उसने करीब दस माह पहले धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। अब तक पुलिस ने न तो उनके, न ही गवाहों के बयान लिए। वहीं कुन्हाड़ी निवासी भंवर सिंह ने बताया कि हर्ष डोगरा उन्हें काफी परेशान करता है। समिति ने संबंधित सीआई को कार्रवाई को कहा।