कोटा के दीगोद कस्बे में पुलिस और प्रशासन लोगों को घर में शौचालय बनवाने के लिए पिछले तीन साल से समझा रहा है, लेकिन तमाम लोगों ने अब भी खुले में शौच करना नहीं छोड़ा। इसके बाद आजिज आकर कोटा पुलिस ने ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। शनिवार को प्रसाशनिक अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस ने टीम गठित कर ऐसे लोगो पर कार्रवाई शुरू की। पुलिस चौकी प्रभारी कमल प्रकाश मीणा के नेतृत्व में टीम ने शौचालय नही बनाने पर बाबू लाल मेघवाल, रामकिशन मेघवाल ओर बाबूलाल को गिरफ्तार कर लिया। तीनो को पुलिस ने एसडीएम तारामती वैष्णव के समक्ष पेश किया जहां से इन्हें चार दिन में शौचालय बनाने के लिए पाबन्द किया गया है। साथ ही हिदायत दी कि ऐसा नही करने पर और भी ज्यादा कठोर कार्यवाही की जाएगी।
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शौचालय न बनवाने वालों की होगी गिरफ्तारियां दीगोद पुलिस चौकी प्रभारी कमल प्रकाश मीणा ने बताया कि स्थानीय कस्बे में और पंचायत अधिन गावों में कार्मिक प्रशासन के निर्देश की पालना करते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा शौचालय निर्माण न करवाने वालों तथा निर्मित शौचालयों का नियमित उपयोग न करने तथा स्वच्छता से जुडे किसी भी प्रकार की अवमानना व लापरवाही करनेवालों के विरुद्ध कठोर व दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी। जिन तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उन्हें पुलिस प्रशासन कई बार समझा चुका था, लेकिन इसके बाद भी घर में शौचालय नहीं बनवाया। इसलिए यह कदम उठाना पड़ा।
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एक नवंबर तक बनवाना होगा शौचालय दीगोद कस्बे में प्रशासन की लाख समझाइस के बाद भी घरो में शौचालय नही बनाने वाले को पुलिस ने चेतावनी दी है कि 1 नवंबर तक हर हाल में शौचालय बनवा लें। नहीं तो उनके खिलाफ भी गिरफ्तारी और जेल भेजने जैसी कार्रवाइयां की जाएगी। जिले ही नहीं पूरे देश में यह पहला मामला है जब शौचालय नही बनवाने पर पुलिस ने किसी को गिरफ्तार किया है। जबकि गांवो को खुले में शौच मुक्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर देशभर मे चल रही मुहिम के बीच स्वच्छ भारत अभियान में लोगो को घरो में शौचालय बनाने के लिए 12 हजार रुपये का अनुदान दिया जा रहा है। मुहिम को कई लोग समर्थन देकर घरो में शौचालय बना रहे है तो कई लोग अब भी शौचालय निर्माण में रुचि नही दिखा रहे।